केन्द्रीय विद्यालय में हिन्दी व्याख्यान का आयोजन
रायपुर | केन्द्रीय विद्यालय क्र. 2 रायपुर में 22 सितंबर को प्राचार्य प्रभा मिंज की अध्यक्षता में राजभाषा हिन्दी पर व्याख्यान का आयोजन किया गया । डॉ गिरजा शंकर गौतम सहायक प्राध्यापक हिन्दी पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे । सर्वप्रथम डी एन शुक्ल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया । मुख्य वक्ता डॉ गिरजा शंकर गौतम ने अपने वक्तव्य में राजभाषा हिन्दी की संवैधानिक स्थिति का जिक्र करते हुए इनके इतिहास एवं क्रमिक विकास पर प्रकाश डाला । यद्यपि हिन्दी का इतिहास बहुत पुराना नहीं है तथापि इसकी जड़ें इतनी मजबूत है कि विषम परिस्थितियों में भी हिन्दी निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर होते जा रही है । वैदिक संस्कृत, लौकिक संस्कृत, पाली , प्राकृत , अपभ्रंश से होते हुए हिन्दी भाषा का जन्म हुआ । आजादी से पूर्व भारत की राजकाज की भाषा कभी फ़ारसी तो कभी अंग्रेजी रही । परंतु आजादी के पश्चात हिन्दी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ । तब से हिन्दी साहित्य , सिनेमा, राजनीति, व्यापार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम रखने में कामयाब रही है । आज हिन्दी भारत के अलावा अन्य बहुत से देशों में बोली एवं समझी जाती है । प्रभा मिंज ने अपने अध्यक्षीय भाषण में हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग पर विशेष ध्यान देने की बात की । बी डी मानिकपुरी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया । मेघा आप्टे ने कार्यक्रम का सफलता पूर्वक संचालन किया | इस अवसर पर एस के मिश्रा , आर के झा, के के झा, एफ बरवा सहित सभी शिक्षक, शिक्षिकाएँ उपस्थित थे |
“संजय चौबे की रिपोर्ट”