बैंक में जमा न कर राशि गबन किए जाने की शिकायत पर शाखा निपानी में पदस्थ कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से किया गया निलंबित
बालोद। डिप्टी कलेक्टर अमित श्रीवास्तव ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखा निपानी में किसानों के खातों में हुए गबन की राशि का प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है। जिसमें शाखा निपानी में पदस्थ कर्मचारियों के द्वारा अमानतदरों के खातों में फर्जी विड्राल, जमा एवं ट्रांसफर कर आर्थिक अनियमितताएँ किए जाने की शिकायत की पुष्टि होने पर शाखा निपानी में पदस्थ कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। जिसमें लिपिक अजय कुमार भेड़िया और दौलतराम ठाकुर तथा शाखा प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बैंक के नोडल अधिकारी जिला बालोद के माध्यम से पुलिस थाना बालोद में 27 फरवरी 2022 को अजय भेड़िया लिपिक, दौलतराम ठाकुर लिपिक एवं तामेश्वर नागवंशी शाखा प्रबंधक के विरुद्ध भा.द.वि की धारा 420, 409, 34 के तहत एफआईआर दर्ज करायी गई।
उप पंजीयक कार्यालय जिला बालोद की जांच टीम द्वारा वर्ष 2015-16 से 2021-22 तक का विशेष ऑडिट कार्य किया जा रहा है। शाखा निपानी प्रकरण की विभागीय जांच हेतु बैंक द्वारा जांच टीम का गठन किया गया है। शाखा निपानी के अमानतदारों द्वारा शाखा में अपने सेविंग, एफ.डी. हेतु जमा किए गए राशि को आरोपी कर्मचारियों द्वारा बैंक में जमा न कर राशि गबन किया गया है एवं अमानतदारों के पासबुक में हस्तलिखित प्रविष्टि किया जाता था तथा एफ.डी. वालो का सीबीएस सिस्टम से प्रिंटेड रसीद जारी ना कर फर्जी एफ.डी. रसीद प्रदाय किया गया है। शिकायतकर्ताओं के आवेदन का विभागीय टीम द्वारा जांच कर मुख्यालय में क्रमशः प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसका सी.ए. से परीक्षण एवं फॉरेंसिक सीए से आडिट का कार्य भी कराया जा रहा है। वर्तमान में कुल 623 अमानतदरों के खातों में राशि 615.56 लाख रूपए गबन की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा विभागीय जांच टीम का गठन कर शाखा निपानी के आश्रित ग्रामों मुनादी कर अमानतदारों से शिकायत आवेदन प्राप्त किए गए। शाखा निपानी में कुल 623 शिकायत आवेदन प्राप्त हुये है जिसकी बैंक स्तर पर विभागीय जांच एवं फोरेसिंक ऑडिट कार्य किया जा रहा है एवं विधि सलाहकार से अनुशंसा के पश्चात तथा संचालक मण्डल की बैठक में दी गई स्वीकृति उपरांत अमानतदारों को राशि भुगतान की गई है। जिसमें अब तक 500 अमानतदारों को 543.88 लाख रूपए उनके बैंक खाते में भुगतान किया गया है।