पुलिस कैंप के विरोध में ग्रामीणों ने तीर-धनुष,कुल्हाड़ी लेकर पहुंचे
बीजापुर/सुकमा। जिले की सरहद पर स्थित सिलगेर में स्थापित किए गए पुलिस कैंप के विरोध में ग्रामीण एक बार फिर लामबंध हुए हैं। सैकड़ों ग्रामीण शुक्रवार को तीर-धनुष, कुल्हाड़ी जैसे पारंपरिक हथियार लेकर पुलिस कैंप के सामने अचानक पहुंच गए थे। यहां कैंप हटाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की गई। सैकड़ों ग्रामीणों को कैंप के सामने से हटने और लौटने की समझाइश देने के लिए कैंप के जवानों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि कुछ देर बाद ग्रामीण अपने डेरा लेकर लौट गए। ग्रामीणों ने कहा कि, जब तक पुलिस कैंप नहीं हटाया जाएगा वे आंदोलन में डटे रहेंगे। गांव में सड़क निर्माण का काम भी चल रहा है उसे भी बंद किया जाए। ग्रामीणों ने मांग की है कि सिलगेर में पुलिस की गोलियों से मारे गए ग्रामीणों के परिजनों को एक-एक करोड़ और घायलों को 50-50 लाख रुपए का सरकार मुआवजा दे। वहीं बस्तर के अंदरूनी इलाकों में में जितने भी पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं उन्हें न खोलें। साथ ही जहां-जहां कैंप खोलने का प्रस्ताव रखा गया है उन्हें भी निरस्त किया जाए।