पर्यटन स्थल गढ़िया पहाड़ पर मिला नरकंकाल, पुलिस जांच में जुटी
“नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। पर्यटन स्थल गढ़िया पहाड़ में सोमवार की सुबह नरकंकाल मिलने से शहर में सनसनी फैल गई। नरकंकाल करीब चार माह पुराना होने की आशंका जतायी जा रही है। सुबह गढ़िया पहाड़ में सैर करने वालों ने वहां के टोनही पत्थर नामक स्थान के पास नरकंकाल मिलने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जिसके बाद जगदलपुर से फारेंसिक एक्सपर्ट बुलाया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह गढ़िया पहाड़ में सैर करने पहुंचे लोगों ने वहां एक पेड़ के नीचे नरकंकाल पड़ा देखा। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर नरकंकाल पड़ा था। वहां तक दुर्गम जगह होने के कारण ज्यादातर सैर करने वाले भी नहीं जाते हैं। नरकंकाल के पास एक गुलाबी रंग की साड़ी, चूड़ियां, पायल और खोपड़ी के साथ ही हड्डियों के अवशेष मिले हैं। फारेंसिक एक्सपर्ट ने जांच की है। वहीं फारेंसिक लैब जगदलपुर नरकंकाल जांच के लिए भेजा जायेगा। गढि़या पहाड़ में नियमित रूप से सैर करने वाले जिन लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। उन्होंने बताया कि वे नियमित रूप से गढि़या पहाड़ सुबह सुबह जाते हैं। पहाड़ी में अक्सर तेंदुआ बंदरों का शिकार करते हैं उनके शव से बदबू आना कॉमन है। गढि़या पहाड़ में कई दिनों से वे बदबू महसूस कर रहे थे। लेकिन किसी वन्य प्राणी के शव की बदबू होने की आशंका पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया था। आज अचानक नरकंकाल पर उनकी नजर पड़ी। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गयी। बता दें कि गढि़या पहाड़ सड़क में शाम साढ़े पांच बजे के बाद वन समिति के द्वारा गेट को बंद कर दिया जाता है। इसके बाद भी लोगों का आवागमन रहता है। पहाड़ में पूर्व में भी महिलाओं से छेड़छाड़ व लूटपाट की घटनाएं घटित हो चुकी हैं। टीआई मनीष नागर ने बताया कि मौके का मुआयना किया गया है, फारेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है, प्रथम दृष्टया नरकंकाल किसी महिला का प्रतीत हो रहा है, फारेंसिक जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी। गुमशुदगी की रिपोर्ट को भी देखा जा रहा है। परिजनों का इंतजार किया जा रहा है।