4 साल की झलक 6 के प्रहलाद एवं 10 के कबीर कलाकारी ने छोड़ी छाप
राजिम। चौबेबांधा में चल रहे राज्य स्तरीय रामायण सम्मेलन में बजरंगपुर के मोंगरा मानस मंडली के साथ पहुंचे 4 साल के झलक साहू एवं 6 साल के प्रहलाद साहू ने ढोलक बजाकर सबको हैरत में डाल दिया। यह दोनों छोटे बालक छोटे-छोटे हाथों से जैसे ही ढोलक बजाना शुरू किए लोग इनके प्रस्तुति को देख एवं सुनकर उनके कला के कायल हो गए। इन छोटे बच्चों ने खेलने की उम्र में कलाकारी का लोहा मंचों में मनवा रहे हैं इनके पिता प्रीतम साहू खुद आर्गन प्ले करते हैं उन्होंने बताया कि झलक साहू पीपी वन में पढ़ाई कर रहे हैं तो प्रहलाद साहू कक्षा पहली में पढ़ाई करते हैं यह दोनों बच्चे दूसरे को ढोलक बजाते हुए देखकर खुद इन्होंने ढोलक बजाने की इच्छा जाहिर की। हमने लाकर इन्हें ढोलक दे दिया और प्रतिदिन घंटे भर तक अभ्यास शुरू कर दिया। अब यह बच्चे मंचों में शानदार प्रस्तुति देते हैं और मंच में ही रियाज कर लेते हैं। लगातार मंच दे रहे हैं जिनके कारण इनके वादन में मिठास आ गया है। इनके पिता ने बताया कि मां दिशा साहू भी कोरस करती है पूरा परिवार संगीत से जुड़े हुए हैं। बच्चों की रुझान को देखकर गांव के लोग अत्यंत प्रसन्न है लेकिन इन बच्चों की प्रस्तुति ने श्रोताओं को काफी प्रभावित किया। इसी तरह से टीम में एक और बच्चे कबीर साहू जो कक्षा पांचवी में पढ़ाई कर रहे हैं इनकी उम्र 10 वर्ष की है इन्होंने आधुनिक यंत्र पैड बजाना शुरू किया। हिंदी, छत्तीसगढ़ी एवं धार्मिक भजनों पर पैड पर छड़ी से शानदार म्यूजिक देते हैं। उम्र कम परंतु प्रस्तुति बम कहावत को चरितार्थ करते हुए इन बच्चों को होनहार बिरवान के होत चिकने पात कहा जा सकता है। रविवार को इस मंडली ने चौबेबांधा के अलावा बासीन एवं हसदा नंबर दो में भी प्रस्तुति दी। इस मंडली में 10वीं की छात्रा हेमप्रभा साहू एक से बढ़कर एक धार्मिक भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को काफी समय तक रिझाया। इनके प्रस्तुति को देखकर लोगों ने नगद राशि के साथ सम्मानित भी किया।
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”