दो दिवसी भोरमदेव महोत्सव में कोई नेता या प्रशासनिक नही होगा अतिथि, शहर सहित जिले भर के प्रसिद्ध मन्दिर के पुजारी होने अतिथि
कवर्धा। दो वर्ष बाद भव्य दो दिवसीय 30 व 31 मार्च को भोरमदेव मंदिर परिसर में महोत्सव का योजन किया जा रहा है। कोरोना काल के कारण यहां तेरस से होने वाला मोहत्सव नही हो सका था। इस बार मे भोरमदेव महोत्सव का एक अलग ही खासियत है। जब भी भोरमदेव महोत्सव हुआ है, यहां कार्यक्रम में जिले व राज्य के जनप्रतिनिधियों या प्रशासनिक व्यक्ति को मुख्य अतिथि सहित अन्य पद पर आयोजन में अतिथि बनाया जाता था। लेकिन यह पहली बार है जब जिले भर के प्रसिद्ध मंदिर के पुजारियों को यहां अतिथि बनाया गया है। दो दिनों के आयोजन में दोनों दिन मंदिर के पुजारी मुख्य अतिथि, अध्यक्षता व विशिष्ट अतिथि होंगे। प्रथम दिवस के कार्यक्रम के अतिथि माँ विंध्यवासिनी मन्दिर के पुजारी जीवन शर्मा, बूढ़ा महादेव मंदिर के पुजारी मनहरण दुबे, माँ दन्तवश्वरी मन्दिर के पुजारी अजय राजपूत, माँ चंडी मंदिर के पुजारी तिहारी चंद्रवनशी, श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पुजारी चन्द्रकिरण तिवारी, माँ शीतला मंदिर के पुजारी बीएन शुक्ला अथिति होगे। इसी प्रकार दूसरे दिन यानी 31 मार्च के कार्यक्रम के अतिथि माँ महामाया मंदिर के पुजारी अमित दुबे, माँ सिहवाहनी मन्दिर के अजय सिंह ठाकुर, माँ काली मंदिर के शंकर पांडेय, श्री राम मंदिर बोड़ला हरि पाठक, माँ महामाया मन्दिर पंडरिया मन्दिर के पुजारी प्रयास पाठक, माँ परमेश्वरी मन्दिर के प्रहलाद देवांगन, श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर चन्द्रकिरण तिवारी, माँ चंडी मन्दिर के पुजारी आनन्द मिश्रा को दूसरे दिवस के कार्यक्रम में अतिथि बनाया गया है। यह पहली बार है जो भोरमदेव महोत्सव के मंच से जिले भर के प्रसिद्ध मंदिरों के पुजारियों का स्वागत कर सम्मान दिया जाएगा।
“दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”