मणिपुर की घटना को लेकर कांकेर जिला रहा बंद, सर्व आदिवासी समाज ने किया था बंद का ऐलान कांचेका ने भी दिया समर्थन
“नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। मणिपुर में पिछले दो महीनों से हो रही साम्प्रदायिक घटना व दो महिलाओं के साथ हुए सामुहिक दुष्कर्म के बाद उन्हें निर्वस्त्र कर भीड़ के द्वारा सड़को पर घुमाने जैसी शर्मनाक घटना ने जहाँ सभी समाज व महिलाओं को झकझोर कर रख दिया है वहीं इस घटना के बाद से सभी जगहों में इसका विरोध होना शुरू हो गया है। इसी के चलते सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले आज पूरे बस्तर संभाग में बंद का ऐलान किया गया था जोकि कांकेर जिले में भी इसका पूरा असर देखने को मिला जिले के सातों ब्लॉकों में बंद का समर्थन मिला हालांकि शाम तक दुकानें खुलती रही।सोमवार की सुबह से ही दुकानें बंद रख कर मणिपुर में हुए घटना का विरोध जता रहे थे इस बंद को चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया। बता दे कि रविवार को भी आदिवासी समाज की सैकड़ों युवतियों ने मणिपुर की घटना को ले विरोध जताते हुए केंद्रीय मंत्रियो का पुतला भी जलाया था।गौरतलब हो कि घटना सामने आने के बाद से समाज के युवा लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है। सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रभाग के अध्यक्ष योगेश नरेटी ने बताया कि मणिपुर में महिलाओं के साथ भयावह हिंसा की घटना निंदनीय है। इस घटना पर प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है।*विधायक के सामने लगाये मुर्दाबाद के नारे*आज बंद को सफल बनाने निकले आदिवासी समाज के युवा प्रभाग के युवकों द्वारा शहर के पुराने बस स्टैंड में विरोध प्रदर्शन करते हुए नारे बाजी कर रहे थे तभी दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित पुतला दहन के दौरान आदिवासी समाज के युवकों द्वारा कांकेर विधायक मुर्दाबाद के नारे भी लगाये जा रहे थे।