गड्ढो में गायब हो रही शहर से गुजरने वाली नेशनल हाईवे
धमतरी। यहां सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क! यह कह पाना मुश्किल है। यह हकीकत है शहर के बीचोबीच से गुजरने वाली धमतरी नेशनल हाईवे की। रोजाना अनगिनत गाड़ियां गुजरती है, जिसमे ओव्हरलोड वाहने भी शामिल है। इन गड्ढों के चलते कोई ना कोई दुर्घटना होती रहती है, जिससे किसी न किसी के परिवार के सदस्य की मौत भी हो जाती है। इसके साथ ही इस मार्ग से रोजाना अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का आवागमन होता है, फिर भी मार्ग की मरम्मत को लेकर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। लगभग दो किलोमीटर लंबा यह मार्ग शहर के सर्वाधिक व्यस्ततम मार्ग है। जिला मुख्यालय, जहां जनप्रतिनिधि एवं अफसर विकास की योजनाएं बनाते हैं, वहां सड़क के बीच गड्ढे हैं या पूरी सड़क ध्वस्त है। सड़क की यह स्थिति अनजान राहगीर की जान के लिए आफत बन सकती है।
क्या कहते हैं लोग..
स्थानीय अरुण चौधरी का कहना है कि मार्ग की दुर्दशा देखनी हो तो शहर के हर चौक चौराहे से कोई भी जाने वाले मार्ग पर चलिए, जहां सड़क कम गड्ढे ज्यादा नजर आते हैं। ऐसा ही कहना है सारांष साहू का, वह बताते हैं कि इस मार्ग पर पता ही नहीं चलता कि गड्ढे में सड़क बनी है कि सड़क में गड्ढे हैं। संकेत जैन का कहना है कि हल्की सी बारिश में यहां के गड्ढे लबालब भर जाते हैं, जहां आए दिन गिरकर लोग चोटिल होते रहते हैं। कुछ ऐसा ही दर्द छलका सोमिल जैन का, वह कहते हैं कि अस्पताल से नेहरू गार्डन जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हैं। गड्ढों से बचाव के चक्कर में वाहन टकरा जाते हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।