भू-माफ़ियाओं व राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से चल रहे ज़मीन के गोरखधंधे में संलिप्त रसूखदारों व माफ़ियाओं को सत्ता-संरक्षण हासिल : राजेश मूणत
रायपुर। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने राजधानी से लगे आऊटर इलाकों की शासकीय भूमि पर अवैध कब्जों की शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने और बस्तर ज़िला मुख्यालय जगदलपुर के रिहायशी इलाक़ों समेत आऊटर में भू-माफ़ियाओं व राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर हो रही अवैध प्लाटिंग को लेकर प्रदेश सरकार व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। मूणत ने ज़मीन के इस गोरखधंधे में संलिप्त रसूखदारों को सत्ता-संरक्षण दिए जाने का आरोप लगाया है। मूणत ने कहा कि भू- माफ़ियाओं की सक्रियता के उदाहरण पूरे प्रदेश से लगातार सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता-संरक्षण हासिल कर ज़मीन के गोरखधंधे के फैलाव का अनुमान इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि रायपुर समेत अंबिकापुर, बिलासपुर और जगदलपुर तक ज़मीन माफ़िया सक्रिय हैं। जगदलपुर और इससे लगे 9 गाँवों में ऐसे 387 मामले सामने आए हैं। इन सभी मामलों में नियमों की पूरी तरह अनदेखी की गई है। इस शहर के आसपास के इलाक़ों में अवैध प्लाटिंग कर शासन और कॉलोनी लाइसेंस के नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। मूणत ने कहा कि जगदलपुर के निगम क्षेत्र समेत आऊटर में क़ायदे-क़ानून को ताक पर रखकर रोज करोड़ों रुपए के सौदे करके ज़मीनों की खरीद-बिक्री चल रही है और अनेक मामलों में तो कृषि भूमि का डायवर्सन कराए बिना ही उसे आवासीय उपयोग के लिए बेचने का खेल भू-माफ़िया कर रहे हैं।
“राहुल चौबे की रिपोर्ट”