राजिम की बेटी डुनिशा मलेशिया में करेगी कराटे प्रदर्शन,स्मृति चिन्ह भेंट कर किया पुरस्कृत,बिटिया सात समंदर पार मातृभूमि का नाम कर रही रोशन: सोनकर
राजिम । स्थानीय मल्टीमूव इंग्लिश मीडियम स्कूल में शुक्रवार को वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के अंतर्गत कराटे में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाली कक्षा चौथी की 9 वर्षीय छात्रा डूनिशा साहू को स्मृति चिन्ह भेंट कर पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर उन्होंने आत्मरक्षा के लिए कराटे का प्रदर्शन करके भी दिखया। उन्होंने जैसे ही पैरों से एक्शन लिया तो कुंफू के कराटे याद आ गए। पांच मिनट में इन्होंने ऐसा प्रदर्शन दिखाया कि बच्चे देखते ही रह गए। उनकी शानदार प्रस्तुति पर सभी लोगों ने ताली बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। बताना जरूरी है कि इन्होंने जर्मनी में ऑनलाइन कराटे प्रतियोगिता तथा राजधानी रायपुर के इंडोर हाल में राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल का खिताब हासिल किया है। इनके माता सुनीता साहू एवं पिता खिलावन साहू ने बताया कि आने वाले दिसंबर माह में कराटे इंटरनेशनल कंपटीशन मलेशिया में खेलेगी तथा दिसंबर में ही आगरा में भी पार्टिसिपेट करेगी।
उन्होंने बताया कि पिछले 6 महीने में ही लगातार अभ्यास करने के कारण देश विदेश में डुनिशा को खेलने का अवसर मिल रही है। मौके पर उपस्थित इंटरनेशनल कराटे मास्टर नीलकंठ साहू ने इस बच्ची के साथ आत्मरक्षा के तरीके बताएं और अपने आप को मजबूत बनाने के लिए समय के साथ चलने पर जोर दिया। कार्यक्रम में पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि युवा कवि एवं साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल ने कहा कि शिक्षा कभी व्यर्थ नहीं जाती, हर दृष्टिकोण से मनुष्य को परिपक्व को होना चाहिए। शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद से बच्चों के मस्तिष्क का तेजी से विकास होता है। शारीरिक दक्षता बढ़ती है तथा सोचने समझने अर्थात मोटिवेशन के गुण आते हैं। वर्तमान समय में बिटिया सात समंदर पार जाकर भी हमारी मातृभूमि का नाम रोशन कर रही है। हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर देश के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। यहां बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं रह गया है। समाज सेवक रामूराम साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे जमाने में हम लोग कुश्ती खेला करते थे। नतीजा आज भी हम हट्टे चंगे हैं। खेल कोई भी हो खेलने से मस्तिष्क का तेजी के साथ विकास होता है। प्राचार्य सुषमा साहू ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका प्रिया मिश्रा ने किया। शिक्षक देवेश त्रिपाठी सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।