सरदार वल्लभ भाई पटेल और भोरमदेव शक्कर कारखाना में रिकार्ड तोड़ गन्ना रिकवरी दर से कृषकों को होगा पिछले वर्ष से अधिक लाभ
“दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”
कवर्धा। जिले में संचालित भोरमदेव शक्कर कारखाना राम्हेपुर और लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया से गन्ना किसानों को बेहतर रिकवरी मिलने से लाभ प्राप्त हो रहा है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने पेराई सीजन 2022-23 के संबंध में आज जिले के दोनो शक्कर कारखाना प्रबंध संचालकों से रिकवरी दर के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि जिले में संचालित शक्कर कारखाना में गन्ना की पेराई लगातार जारी है। कारखाना में रिकवरी दर पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर बना हुआ है। शक्कर उत्पादक कारखाना में पेराई सीजन 2022-23 में पूर्व से अधिक रिकवरी के मान से शक्कर का उत्पादन हो रहा है, जिसका प्रत्यक्ष लाभ कृषकां को अतिरिक्त रिकव्हरी बोनस के रूप में प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि पेराई सीजन में सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना द्वारा पूर्व पेराई सत्र से अधिक दर से शक्कर का उत्पादन किया जा रहा है, जिसके कारण कृषकों को पूर्व पेराई सत्र से अधिक राशि का भुगतान प्राप्त हो सकेगा।भोरमदेव शक्कर कारखाना के एमडी भूपेन्द्र ठाकुर ने बताया कि आज रिकवरी दर 13.91 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष इसी तिथि को यह रिकवरी दर 12.30 प्रतिशत था। वहीं आज तक का औसत रिकवरी दर 12.04 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष इसी तिथि तक 11.62 प्रतिशत था। भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित कवर्धा द्वारा पेराई सीजन 2022-23 में 28 फरवरी 2023 तक कुल 112 दिवस में 11 हजार 861 कृषकों से 3 लाख 2 हजार 185 मेट्रिक टन गन्ने की खरीदी कर गन्ना पेराई की जा चुकी है तथा औसत रिकव्हरी 12.04 के मान से कुल 3 लाख 27 हजार 655 क्विंटल शक्कर का उत्पादन किया जा चुका है। कारखाना द्वारा कुल खरीदे गन्ने के एवज में 11 हजार 861 गन्ना उत्पादक कृषकों को कुल राशि 51.86 करोड़ रूपए का भुगतान भी कर दिया गया है।लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया के एमडी श्री सतीश पाटले ने बताया कि आज की तिथि में रिकवरी दर 15 प्रतिशत है। जो पिछले वर्ष इसी तिथि को यह रिकवरी दर 14.30 प्रतिशत था। वहीं आज तक का औसत रिकवरी दर 12.66 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष इसी तिथि तक 12.60 प्रतिशत था। उन्होंने बताया कि आज तक 7 हजार 700 किसानों से 2 लाख 31 हजार 900 मेट्रिक टन गन्ने की खरीदी की गई है, जिसमें रिकार्ड रिकवरी 12.66 के साथ 28 हजार 538 मेट्रिक टन शक्कर का उत्पादन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पेराई सीजन 2022-23 जारी हैं। पिछले सीजन पंडरिया कारखाने की रिकवरी 13.1 प्रतिशत प्राप्त हुई थी। इस वर्ष भी यदि 13 प्रतिशत से अधिक रिकवरी प्राप्त होती हैं तो 10.25 प्रतिशत से 28 पॉइंट अधिक होगा। जिसके कारण 305 (10.2 प्रतिशत पर ) $85 (28 अधिक होने पर) कुल 390 रूपए कारखाना से प्रति क्विंटल प्राप्त होने की सम्भावना हैं। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गन्ना प्रोत्साहन राशि पृथक से ज़ारी की जाती हैं। जो सीजन 2021-22 में 79.5 रूपए थी।एमडी ने बताया कि प्रारंभ में अर्ली वैरायटी और खुंटी गन्ना से शुरूआत करते है। इस वर्ष जनवरी में अर्ली लेना शुरू किए साथ ही पौधा गन्ना भी लेना शुरू किए है। जिससे इस समय रिकवरी थोड़ा गिरता ही है, लेकिन फरवरी मध्य से रिकवरी दर बढ़ता है। इसी के अनुरूप पिछले वर्ष की इस अवधि की तुलना में इस वर्ष रिकवरी दर अधिक है साथ ही अब तक का औसत रिकवरी दर भी पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।रिकवरी के फायदेसहकारी शक्कर कारखाना के एमडी ने बताया कि 10.25 प्रतिशत की न्यूनतम रिकवरी पर किसानों को 305 रूपए प्रति क्विंटल का मूल्य प्राप्त होगा। 10.25 प्रतिशत से आगे रिकवरी प्राप्त होने पर प्रति 0.1 प्रतिशत पर प्रति क्विंटल 3.05 रूपए अतिरिक्त रिकवरी राशि प्राप्त होंगी। उल्ल्खनीय है कि राज्य शासन द्वारा सचांलित छत्तीसगढ़ के दो सहकारी शक्कर कारखाना लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मार्यादित पंडरिया और भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर कवर्धा ने पिछले वर्ष देश के सभी सहकारी शक्कर कारखाना को पीछे छोड़ते हुए रिकवरी दर के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर नया कीर्तिमान रचा था। रिकवरी दर अधिक होने से जिले के 18 हजार 497 किसानों को 53.83 करोड़ रूपए अतिरिक्त राशि प्राप्त हुआ था।