कन्हारपुरी रेलवे क्रॉसिंग के पास सड़क किनारे कचरे का ढेर, राहगीरों की स्वास्थ्य के लिए बन रहा खतरा
कुरुद। नगर से भारी मात्रा में रोज निकलने वाले सूखे कचरे के निबटारा के लिए नगर पंचायत के पास कोई उचित प्लान नहीं है जिस कारण गिला कचरे को अलग कर सूखे कचरे को नगर से लगे ग्राम कन्हारपुरी रेलवे क्रांसिंग के पास खुली घास जमीन में डाल दिया जाता हैं। इस कचरे के ढेर से असहनीय बदबू उठने लगी हैं। रोज ग्रामीणों, खेतों मे काम करने वाले खेतिहरों और राहगीरों को इस बदबू से सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय हैं कि नगर पंचायत कुरुद द्वारा स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत नगर के सभी वार्डों में डोर टू डोर कचरे का संग्रहण किया जा रहा हैं। नगर से हर रोज निकलने वाले लगभग 2 टन सूखे कचरे को नगर से लगे ग्राम कन्हारपूरी रेलवे क्रांसिंग मणिकांचन केंद्र के सामने खुली मैदान पर डंप किया जा रहा हैं। जमीन गिला होने के कारण कचरा कलेक्शन करने वाली गाड़ियां अंदर नहीं जा पाती इसलिए रोड किनारे पर ही कचरा खाली कर दिया जाता हैं जो हवा में उड़कर रोड तक आ जाता हैं। वहीं कचरे के ढेर में पाउच,पन्नी,पॉलीथिन, प्लास्टिक जैसे चीजें रहती हैं जिसे घूम रहे मवेशी अपना चारा बना रहे हैं। जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा हैं। कचरे के ढेर से निकलने वाली असहनीय बदबू राहगीरों को नाक सिकुड़ने में मजबूर कर देती हैं। बता दें कि इसी मार्ग पर कन्हारपुरी, भालुझुलन, भुसरेंगा, बगौद, चोरभट्ठी, बगदेही, भेंडरवानी आदि गाँव के लोग सैकड़ो की संख्या में रोज आना जाना करते हैं। जिन्हें रोज बदबू का सामना करना पड़ता है। वहीं ग्रामीणों का कहना हैं कि नगर पंचायत नगर को साफ कर गांव के वातावरण को प्रदूषित करने का काम कर रही हैं। इससे गांव में महामारी फैलने का खतरा भी हो सकता हैं। आसपास खेतों में काम कर रहें लोगों को अभी सबसे ज्यादा परेशानी हो रहीं हैं। इस संबंध में सीएमओ आशीष तिवारी पल्ला झाड़ते हुए नजर आए उल्टा पत्रकारों से सवाल पूछने लगे कि कचरा डंप कहा करें आप ही बता दो। इसकी समस्या सभी नगरों में हैं। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि गाड़िया अंदर तक जाए इसके लिए सीसी सड़क बनवाएंगे ताकि कचरा रोड तक न फैलें।