प्रदेश के स्कूलों में बाल दिवस के दिन होगी शाला प्रबंधन समिति की बैठक
रायपुर। प्रदेश के सभी स्कूलों में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जन्मतिथि 14 नवंबर बाल दिवस के दिन शाला स्तरीय प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। इस संबंध में प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला मिशन समन्वयकों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी और मिशन समन्वयकों से कहा गया है कि राज्य में बच्चों के सीखने में सुधार एवं अभी तक हुए सीखने के नुकसान की भरपाई के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इस उद्देश्य की प्राप्ति में शाला स्तरीय प्रबंधन समिति की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा द्वारा प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल तथा सेकण्डरी स्तर के लिए बैठक का अलग-अलग सुझावात्मक एजेंडा आवश्यक कार्यवाही के लिए भेजा है। इन दोनों स्तर के शाला प्रबंधन समिति की बैठक के एजेंडा में नियमित उपस्थिति हेतु स्थानीय स्तर पर आवश्यक व्यवस्थाएं करना, आगामी तीन वर्षों के लिए शाला विकास योजना निर्माण एवं तद्नुसार कार्य, शाला आपदा प्रबंधन योजना निर्माण एवं बच्चों को आवश्यक जानकारियां देना एवं मॉक-ड्रिल, शाला में उपलब्ध विभिन्न ग्रांट का आवश्यकतानुसार उपयोग हेतु सहमति को शामिल किया गया है। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर आवश्यकतानुसार एजेंडा में चर्चा की जा सकती है। इसके अलावा शाला प्रबंधन समिति कक्षा पहली से आठवीं के बैठक के लिए बच्चों की बच्चों के मूलभूत भाषा, गणित के कौशल के विकास के लिए समुदाय के सहयोग से कक्षाएं संचालन, शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण कार्यक्रम और उन्हें मूलभूत भाषा, गणित के कौशल के विकास लक्ष्य प्राप्त करने की जिम्मेदारी, शाला के बाहर के बच्चों को नियमित शाला लाने एवं उपचारात्मक शिक्षण योजना, शाला में प्रिंट रिच वातावरण एवं इंटरनेट के उपयोग हेतु रणनीति, बस्ताविहीन कक्षाओं के संचालन के लिए समुदाय से सहयोग को एजेंडा में शामिल किया गया है। इसी प्रकार शाला प्रबंधन समिति एवं विकास समिति कक्षा 9वीं से 12वीं की बैठक के एजेंडा में सभी स्कूलों में बेंसलाइन टेस्ट के परिणामों का प्रस्तुतीकरण एवं कमजोर क्षेत्रों की पहचान, उपचारात्मक शिक्षण के लिए विशेष मोहल्ला कक्षाओं की नियमित संचालन के लिए व्यवस्थाएं करना, शाला में उपलब्ध प्रयोगशाला एवं पुस्तकालय का नियमित उपयोग के लिए रणनीति बनाने को शामिल किया गया है। शाला में इंटरनेट की सुविधा एवं स्मार्ट कक्षाओं का नियमित उपयोग के लिए रणनीति, शाला प्रबंधन विकास समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण कार्यक्रम और उसमें सक्रिय सहभागिता पर कार्य को शामिल किया गया है।