The Popatlal

सच्ची खबर देंगे पोपटलाल

Chhattisgarh

कलेक्टर रानू साहू ने खराब मिला एनकेएच का स्मोक डिटेक्टिंग सिस्टम, कलेक्टर ने सुधरवाने एक सप्ताह का दिया अल्टीमेटम

Spread the love
“बी एन यादव की रिपोर्ट”

कोरबा। कलेक्टर रानू साहू ने आज कोरबा जिले के बड़े निजी नर्सिंग होम न्यू कोरबा अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। दोपहर दल बल के साथ अस्पताल पहुंची कलेक्टर ने न्यू कोरबा अस्पताल में आग से सुरक्षा के इंतजामों और आपात स्थिति में मरीजों की जान बचाने के लिए उपलब्ध सुविधाओं की विशेष रूप से जांच की। इस दौरान साहू ने अस्पताल में लगे एमरजेंसी स्मोक डिटेक्टिंग सिस्टम की भी जांच की। उन्होंने अस्पताल कर्मियों से प्रबंधन की मौजूदगी में अखबार से धुंआ कराकर स्मोक डिटेक्टिंग डिवाइस पर धुंआ कराया। स्मोक डिटेक्टिंग डिवाईस अक्रियाशील और खराब मिला। धुंए के बावजूद भी इस डिवाईस ने धुंए की पहचान नहीं की और न ही इससे किसी प्रकार के एमरजेंसी साइरन की आवाज हुई। कलेक्टर ने इस पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और न्यू कोरबा अस्पताल के संचालक डॉ. चंदानी को एक सप्ताह के भीतर इसे सुधरवाकर कार्यशील करने के निर्देश दिए। साहू ने निगम कमीश्नर कुलदीप शर्मा और होम गार्ड के कमाण्डेंट पी. बी. सिदार के साथ न्यू कोरबा अस्पताल में आग से सुरक्षा के लिए किए गए इंतजामों की एक-एक कर जांच की और शासकीय निर्देशों के अनुसार उन्हें हमेशा क्रियाशील रखने के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए।कलेक्टर ने अस्पताल तक पहुंचने के लिए सुगम पहुंच मार्ग से लेकर अग्नि सुरक्षा प्रणालियों, छत एवं भूमिगत पानी की टंकियों, छिडकाव प्रणालियों, एमरजेंसी एनाउंसमेंट सिस्टम, अग्नि शमन उपकरणों और आग लगने के दौरान बचाव के लिए सहायक होजरीज़ आदि की भी जांच की। कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को आग से सुरक्षा के लिए लगाए गए उपकरणों के संचालन की पूरी ट्रेनिंग अस्पताल कर्मियों को भी देने के निर्देश दिए। उन्होंने उपकरणों की देखभाल, सुरक्षा और मेंटनेंस के लिए फायर सेफ्टी अधिकारी भी नियुक्त करने को कहा। साहू ने अस्पताल के वार्डों में भी आग से सुरक्षा से इंतजामों का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षा उपकरणों और प्रणालियों के उपयोग संबंधी साइनेज भी अस्पताल परिसर में यथास्थान लगाने के निर्देश दिए ताकि आग लगने की दशा में लोग इन साइनेज को देखकर सुरक्षा प्रणालियों का उपयोग बचाव के लिए कर सकें। कलेक्टर ने अस्पताल में आग से सुरक्षा संबंधी सभी उपकरणों और प्रणालियों को एक सप्ताह में जरूरत के अनुसार मरम्मत कराकर कार्यशील करने का सख्त निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिया। उन्होंने इसकी जानकारी भी जिला कार्यालय एवं निगम आयुक्त को लिखित में देने के निर्देश भी दिए। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों के बड़े अस्पतालों में पिछले दिनों आग लगने से कई मरीजों के प्रभावित होने और कई मरीजों की मौत होने को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने कोरबा शहर में भी अस्पतालों में आग लगने से सुरक्षा और बचाव के इंतजामों की पूरी जांच करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस संबंध में साहू ने कोरबा नगरीय निकाय क्षेत्र सहित अन्य नगरीय निकायों और ग्राम पंचायत क्षेत्रों के अस्पतालों, औद्योगिक और व्यसायिक प्रतिष्ठानों के भवनों, शैक्षणिक और रिहायशी बड़ी मल्टी स्टोरी बिल्डिंगो में आग से सुरक्षा के उपायों की जांच करने के लिए समितियां भी गठित की है। कोरबा नगर निगम क्षेत्र में डिप्टी कलेक्टर कौशल प्रसाद तेंदुलकर की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की गई है। अन्य नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायत क्षेत्रों में संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में अग्नि शमन एवं आपातकालीन सुरक्षा समितियां बनाई गई है। इन समितियों को 15 दिन के भीतर अपने-अपने कार्यक्षेत्र की सभी बड़ी बिल्डिंगों में फायर सेफ्टी संबंधी जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *