छात्र खिलेंद्र सोनकर ने जन्मदिन पर पौधे लगाकर दिया संदेश
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । शहर से लगा गांव चौबेबांधा के 10 वर्षीय छात्र खिलेंद्र सोनकर अपने जन्मदिन पर स्वत: पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया है। सुबह 6:00 बजे अपने छोटे भाई नमन सोनकर के साथ एक बड़ा सा पौधा लेकर निकल गए और अपने ही बाड़ी में उन्हें लगाएं। पौधे लेकर जाते हुए जैसे ही संवाददाता की नजर पड़ी, पूछने पर उन्होंने बताया कि आज मेरा जन्मदिन है और मैं पेड़ लगाने के लिए जा रहा हूं। पर्यावरण के प्रति उनकी लगन काफी प्रभावित किया। वह बताते हैं कि पर्यावरण के बिना मानव जीवन संभव नहीं है यह शुद्ध हवा के साथ ही जीवन को सुखमय बनाता है। मनुष्य हमेशा से कोई भी काम अपने फायदे के लिए ही किया है तो फिर पेड़ लगाकर हमें सुखी पूर्वक जीवन व्यतीत करने में कोताही किसलिए है। पर्यावरण के प्रति उनकी अच्छी जानकारी भी सुनी गई उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ पेड़ हर दिन लगभग 230 लीटर ऑक्सीजन छोड़ता है जिससे सात लोगों को प्राणवायु मिल पाती है। किसी भी स्थान पर 50 मीटर की दूरी पर एक पेड़ जरूर होना चाहिए इससे वहां के रहवासियों को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध हवा मिलती है और लोग स्वस्थ रहते हैं।चर्चा के दौरान बताया कि वह शहर के मल्टीमूव इंग्लिश मीडियम स्कूल में कक्षा चौथी के छात्र है। पिछले दो वर्षों में कबाड़ से जुगाड़ के रूप में कागज के टुकड़े या फिर अन्य सामग्री को लेकर तरह-तरह के खिलौने या फिर मोटर इत्यादि बनाये थे। उन्होंने रोबोट, हेलीकॉप्टर, कूलर, पोकलैंड, ट्रक जैसे अनेक खिलौने तैयार किए और इन्हें चलाकर परिजनों को दिखाएं। जिन्होंने भी देखा इनकी भूरी भूरी प्रशंसा की। शुरू से यह कुछ ना कुछ जरूर बनाते रहते हैं। कम उम्र में गायन के क्षेत्र में भी इनकी पकड़ मजबूत है वह जस गीत भी प्रस्तुत करते हैं खुद ढोलक बजाते हैं और गीत गाते हैं। इतनी कम उम्र में पेड़ों को संरक्षित करने के प्रति इनके लगन काफी प्रभावित किया। इसी तरह से प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्मदिन पर कम से कम एक पेड़ लगाएं तो पर्यावरण अशुद्ध होने का प्रश्न ही नहीं होगा।