आत्मानंद की कक्षा शुरू नहीं होने से छात्र खाली बैठें छात्र छात्राएं अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । शहर में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के उत्कृष्ट विद्यालय खुल तो जरूर गए हैं एडमिशन प्रक्रिया भी लगभग पूर्णता की ओर है परंतु अभी तक कक्षा प्रारंभ नहीं होने से सैकड़ों छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ दिखाई दे रहा है जिस समय उनको पढ़ाई के लिए स्कूलों में जाना चाहिए।वह टीसी लाकर आत्मानंद विद्यालय में जमा तो कर दिए हैं परंतु कक्षा संचालित नहीं होने से पहली से लेकर 12वीं तक के सैकड़ों छात्र- छात्राएं घर में बैठे हुए हैं। वह कक्षा खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सुबह से लेकर शाम तक उनका समय स्कूलों में बीतता था लेकिन अब घरों में समय नहीं कट रहा है। बच्चे या तो फिर टीवी देख रहे हैं या फिर मोबाइल में समय गुजार रहे हैं और इस तरह से टीचरों के द्वारा मार्गदर्शन लेने के बजाय घरों में खाली बैठे हुए हैं। इससे पालक बहुत चिंतित है तो बच्चे अपने पढ़ाई को लेकर गंभीर है। जिले में स्कूल शिक्षा विभाग की गंभीरता कहीं नजर नहीं आ रही है। इस संबंध में जिले के उच्चाधिकारी कहते हैं कि शिक्षकों की भर्ती संविदा आधार पर किया जा रहा है कब कक्षा संचालित होगी वह भी बता पाने में असमर्थ है। ऐसे में छात्र-छात्राएं आखिरकार कहां जाए इनका भविष्य भटकता हुआ दिखाई दे रहा है। बताना होगा कि जिले में पांच फिंगेश्वर,छुरा, मैनपुर, देवभोग, गरियाबंद में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय पिछले साल से ही खुल चुके हैं इस सत्र में गरियाबंद जिले में मात्र एक विद्यालय राजिम में खुला हुआ है उसके लिए भी समय में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर पाना विभाग की उदासीनता को दर्शाती है। सुबह से ही स्कूल जाने की तैयारी करने वाले छात्र अब सिर्फ स्नान कर खाना खाते हैं और फिर खेलकूद या फिर आमोद प्रमोद में समय बिता रहे हैं। छात्र प्रतिदिन अपने पालकों से पूछ रहे हैं कि कक्षा कब से प्रारंभ हो रही है लेकिन उनका सही जवाब पालक नहीं दे पा रहे हैं। नए स्कूल को लेकर बच्चों में तरह-तरह के विचार आ रहे हैं उन्हें तो लग रहा था कि जैसे ही स्थानांतरण प्रमाण पत्र के साथ पूरे दस्तावेज जमा करने के बाद सीधे कक्षा प्रारंभ हो जाएगी लेकिन उनका यह सपना, सपना ही रह गया।पालकों ने बताया कि प्रशासन शीघ्र छात्र छात्राओं के कक्षा लगाने की व्यवस्था करें। ताकि उनकी पढ़ाई निरंतर जारी रह सकें। कहीं से भी हो गए चाचा शिक्षकों की व्यवस्था करें और अच्छी पढ़ाई हो। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक अमितेश शुक्ला एवं संबंधित तमाम अफसरों से शीघ्र कक्षा शुरू कराने की मांग की है।
अलग-अलग विषय पर व्याख्याता शिक्षक पढ़ाएंगे
जानकारी के मुताबिक 24 जून 2022 को मंत्रालय से जारी परिपत्र के अनुसार व्याख्याता हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, सामाजिक विज्ञान, जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी सभी अंग्रेजी माध्यम एक-एक पद, शिक्षक अंग्रेजी माध्यम 4 पद, कंप्यूटर शिक्षक अंग्रेजी माध्यम एक पद, सहायक शिक्षक अंग्रेजी माध्यम 5 पद, सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला अंग्रेजी माध्यम 2 पद, सभी पदों पर प्रतिनियुक्ति अथवा संविदा नियुक्ति से भरा जा सकता है इनमें से एक पद अंशकालीन सफाई कर्मी की है प्रपत्र की तालिका 2 में 24 पद जिनमें एक प्राचार्य, 11 व्याख्याता एवं शिक्षक सहायक, शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला, ग्रंथपाल, लेखापाल, चौकीदार, अंशकालीन सफाईकर्मी सभी एक-एक पद सहायक ग्रेड 3 दो पद सफाई कर्मी को छोड़कर बाकी सभी पदों पर प्रतिनियुक्ति पर ही पदस्थापना की बात कही गई थी। इत्यादि इन सभी पदों पर शिक्षक आना है।