छात्र-छात्राओं ने राज्यपाल के नाम अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा ज्ञापन,शिक्षकों की कमी जूझ रहे बच्चे
राजनांदगांव/बागनदी। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा शिक्षा के लिए बहुत सी योजना चलाई जा रही है जिसमे आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय एक महत्वाकांक्षी योजना है।लेकिन अंग्रेजी माध्यम और हिंदी माध्यम को एक साथ सलंग्न कर दिया गया है जिसमे शिक्षको की कमी से शिक्षा व्यवस्था कमजोर हो चुकी है।इसी संदर्भ में दिनांक 21 अक्टूबर को शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला के छात्र-छात्राओं द्वारा राज्यपाल के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौपा। बतादे कि राजनांदगांव जिले की एकमात्र शिक्षण संस्था जिसकी आधार शिला पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गांधी द्वारा के हाथों रखी गयी थी।
जिसे कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के रहते स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में समाहित किया गया है,लेकिन अंग्रेजी माध्यम समाहित होने से हिंदी माध्यम स्कूल विलुप्त होने की परवाह न करते हुए आला अधिकारियों ने शहर के एक मात्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला को कर दिया गया।इंदिरा गांधी के हाथों शिलान्यास किये गए हिंदी माध्यम शाला को अंग्रेजी माध्यम समाहित करने के बाद से शाला में शिक्षको को कमी बनी हुई है जिससे हिंदी माध्यम के छात्र-छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है क्योंकि अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई रोज हो रही है और हिन्दी माध्यम की पढ़ाई सप्ताह में एक ही दिन हो रहा है।जिससे आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने आज ज्ञापन सौपा ।