शिक्षक ज्ञान का स्रोत: डॉ दास

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रायपुर। राजधानी के गांधी चौक स्थित महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय में आज प्राध्यापकों के अपडेशन के लिए इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी से आए हुए प्रो वाइस चांसलर डॉ. आर पी दासने अनेक टिप्स दिए। जिसमें प्रमुख रुप से टीचिंग लर्निंग प्रोसेस पर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने नई शिक्षा नीति को आधार बनाते हुए प्रत्येक शिक्षकों को यह नसीहत दी। अब शिक्षकों का कार्य केवल समय पर उपस्थिति ही नहीं अपितु उनके द्वारा की गई गुणात्मक उत्पाद के संदर्भ में मूल्यांकन की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि नई शिक्षा पद्धति लागू होने पर प्रत्येक महाविद्यालय अपने आप में विश्वविद्यालय की भूमिका निभाएगा। जिससे कि प्रतिस्पर्धी वातावरण का निर्माण होगा और जो शैक्षणिक संस्थान जनमानस के मानक पर खरा उतरेगा वही महाविद्यालय और विश्वविद्यालय भविष्य में अपने अस्तित्व को बचा कर रख सकेगा। इसलिए सभी गुणात्मक कौसलात्मक एवं परिमाणात्मक शिक्षा पर विशेष ध्यान देवें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवाशीष मुखर्जी ने कहा कि वर्तमान में प्रत्येक शिक्षक शिक्षा प्रणाली में हुए परिवर्तनों के साथ संतुलन बनाने के लिए टीचर इको सिस्टम का पालन करें जिससे कि समस्त टीचर की कम्युनिटी एक दूसरे की मदद कर नई शिक्षा नीति को सही ढंग से लागू कर सके आज के संगोष्ठी में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक सम्मिलित हुए कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सुधीर जैन वाह बाहर प्रदर्शन डॉ जया चंद्रा ने किया।

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