राजिम को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर मगरलोड, नवापारा और राजिम क्षेत्र के लोग होने लगे एकजुट
0 राजिम क्षेत्र की रिपोर्ट
राजिम । जिला पुनर्गठन की कड़ी में राजिम को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर सामाजिक नेता लाला साहू एवं बेरोजगार संघ के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा इन दोनों ने इस मांग को तेज गति करने हेतु सक्रिय हो गए हैं तथा एक वृहद आंदोलन चलाने हेतु राजिम एवं नवापारा दोनों नगर के गणमान्य नागरिकों को जोड़ने पहल कर रहे हैं। बैठक में संयुक्त रुप से आंदोलन चलाने के लिए कमर कस ली गई है। इसी तारतम्य में राजिम नगर के प्रबुद्धजनों की रेस्ट हाउस राजिम में संध्या 6:00 बजे एक आवश्यक बैठक रखी गई है। जिसमें जिला स्तर पर संघर्ष समिति बनाने प्रस्ताव पास किया गया। समिति में मगरलोड, राजिम और नवापारा क्षेत्र के लोग शामिल किए जाएंगे। बैठक में मुख्य रूप से पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय, पूर्व जनपद अध्यक्ष राघोबा महाडिक, किसान सेवा समिति के अध्यक्ष गणेश गुप्ता, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष महेश यादव, बेरोजगार संघ के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, व्यापारी संघ के लालचंद मेघवानी, वरिष्ठ भाजपा नेता ध्रुव शर्मा, लाला साहू, विकास तिवारी, पार्षद अरविंद यादव, विनोद सोनकर, मोतीलाल सोनकर, पूर्व पार्षद नंदकिशोर शर्मा, सागर निषाद, कुलेश्वर साहू, पार्षद प्रतिनिधि राकेश मांढरे, किसान सेवा समिति के पूर्व अध्यक्ष भोले साहू, पूर्व सचिव श्याम साहू, पुजारी समिति के शिवकुमार ठाकुर, महामाया प्रबंध समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न धीवर, व्यापारी संघ के राजेश सोनकर, नीलू जैन विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में विचार विमर्श करते हुए पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय ने कहा कि यह राजिम नगरी की गरिमा एवं गौरव की बात है क्षेत्र के विकास एवं उन्नति तथा प्रगति की बात है। राजिम नगरी को जिला बनाए जाने की मांग 25 साल पुरानी है छत्तीसगढ़ शासन से क्षेत्र की जनता की ओर से मांग करता हूं कि आने वाले समय में जब भी जिला पुनर्गठन हो तो राजिम नवापारा को मिलाकर एक नया जिला बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि इस मांग के समर्थन में हम सभी लोग आपस में एकजुट है। राजिम नवापारा एवं मगरलोड क्षेत्र को मिलाकर एक बड़ा जिला बन सकता है। बैठक में राजिम नवापारा जिला निर्माण के लिए जिला संघर्ष समिति बनाए जाने का प्रस्ताव पास हुआ है आने वाले दिनों में राजिम नवापारा के वरिष्ठ जनों की बैठक करने का भी निर्णय लिया गया है तीनों क्षेत्र के लोगों को मिलाकर जिला संघर्ष समिति बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया।