लोनिवि यां के एसडीओ दफ्तर से रहते है नदारद, शिकायत के बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं
कांकेर। लोक निर्माण विभाग वि/यां के अनुविभागीय अधिकारी दफ्तर से हमेशा रहते है गायब कई बार शिकायत के बाद भी विभाग के उच्च अधिकारी आखिर क्यों है मेहरबान कार्यवाही नहीं होने से विभागीय कार्यो में भी अनुविभागीय अधिकारी द्वारा बरती जा रही कोताही।
एक ओर छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल में लाने कलेक्टर से लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारी एड़ी चोटी लगाकर अपने कार्यो को अंजाम देने में लगे है तो वहीं लोक निर्माण विभाग के विद्युत यांत्रिकी के अनुविभागीय अधिकारी अपने दफ्तर से अधिक्तर नदारत रहते है जिससे विभागीय कार्यो में कोताही तो बरती ही जा रही वहीं ऐसे अधिकारियों के कार्यशैली को देख अन्य अधिकारी भी शासकीय कार्यो में लापरवाही बरत रहे है। बता दे कि उक्त अधिकारी की कई बार लिखित शिकायत भी हो चुकी है किंतु आज पर्यंत तक उक्त लापरवाह अधिकारी पर उचित कार्यवाही नहीं होने से वह और भी अपने कार्यो के प्रति लापरवाह होते जा रहे है।
इनकी कार्यशैली से विभाग के ठेकेदार के साथ साथ कर्मचारी भी परेशान है इनके दफ्तर से अधिक्तर नदारद रहने से विभाग के कई काम पेंडिंग होते जा रहे है। कार्यालय में कोई भी अनुविभागीय अधिकारी से मिलने जाने पर वे हमेशा दफ्तर से नदारत रहते है व पूछने पर साईड पर गये है कहकर टाल मटोल जवाब देते है और इनका लोकेशन पता करने पर रायपुर पता चलता है। इतने बड़े व जिम्मेदार विभाग में इतनी लापरवाही बरतने वाले अधिकारी को यहाँ से हटाये जाने की भी मांग कुछ ठेकेदार लिखित शिकायत के द्वारा की है।
सोमवार व मंगलवार को सिर्फ एक से दो घण्टे आते है दफ्तर, कई बार सोमवार मंगलवार को भी रहते है नदारद
इस सम्बंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कभी कभार सिर्फ सोमवार य मंगलवार को ही कभी कभार दफ्तर में आते है एक से दो घण्टे के बाद फिर वापस चले जाते है कभी कभी तो ये महाशय कलेक्ट्रेट में मंगलवार को होने वाली बैठक में भी नहीं आ पाते कुछ प्रमुख अखबारों में भी इनके दफ्तर में नहीं होने की खबरें लगातार छप चुकी है जिसके बाद भी शायद अपने विभाग के बड़े अधिकारी या नेता मंत्री तक पहुँच होने के कारण इन पर नहीं गिर पाई है आज तक गाज नहीं तो इतनी लापरवाही व शिकायत के बाद भी इनका न तो तबादला हुआ है और न ही कुछ ऐसी विभागीय कार्यवाही हुई है जिससे इनको अपनी कार्य के प्रति लापरवाही का पछतावा हो बहर हाल अब देखना यह है कि आगे इन पर कोई उचित कार्यवाही होगी या फिर अपने कार्यो पर लापरवाही बरतने का इन्हें संरक्षण मिलता रहेगा। इस पूरे मामले को लेकर जब कुछ दिनों से लोक निर्माण विभाग विद्युत यांत्रिकी कार्यालय में हमारी टीम द्वारा इनके दफ्तर में इनकी उपस्थिति को लेकर पूछ ताछ किया गया तो सही में वे दिनभर अनुपस्थित रहे व इस मामले में
कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग (विद्युत यांत्रिकी ) संजय तिवारी से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि यदि इस प्रकार का मामला है तो ऐसे लापरवाह अधिकारी पर बिल्कुल कार्यवाही होगी यदि कोई लिखित शिकायत होती है तो विभागीय कार्यवाही भी की जायेगी।
इस मामले को लेकर कांकेर कलेक्टर चन्दन कुमार से भी एक दो बार सम्पर्क किया गया किंतु उन्होंने भी फोन कॉल नहीं उठाया।
“नरेश कुमार की रिपोर्ट”