संक्रमण के फैलाव के साथ फिर से मुनाफाखोर हुए सक्रिय,आखिर कब होगी इन पर कार्रवाई
धमतरी। कोरोना महामारी देश के लिए सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आई है। संक्रमण के कारण कईयों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है तो कई लोग बेरोजगार भी हो गए हैं। कोरोना संक्रमण का सिलसिला फिर से तेज होने लगा है, इसके चलते हैं सरकार द्वारा पाबंदियां लगाना चालू किया है। इन पाबंदियों का कुछ व्यापारियों द्वारा अपना फायदा देखते हुए सामानों को भंडारण करना शुरू कर दिए हैं जिसके चलते उक्त सामानों की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है। आम नागरिक फिर से इन मुनाफाखोरों के चुंगल में आ गए हैं। आपको बता दें कि जब से कोरोना महामारी ने देश मे अपने पैर पसारे हैं, तब से ही ये महामारी कुछ मौकापरस्त व्यापारियों के लिए आपदा में अवसर साबित हो रही है। जिसका फायदा उठाने से इन तथाकथित मुनाफाखोरों को कोई गुरेज नही है। उन्हें इस बात से कोई फर्क नही पड़ता कि उनके ग्राहको पर इस कृत्रिम मूल्य वृद्धि का क्या असर पड़ेगा? उन्हें तो सिर्फ अपने मुनाफे से मतलब है।
बीते दिनों ही कलेक्टर एल्मा ने ज़िले में आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू कर दिया जिसके चलते सभी सार्वजनिक समारोह व सामूहिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाने के साथ अन्य दिशा निर्देश जारी किए हैं, इस आदेश के लागू होने के बाद से ही मुनाफाखोर व्यापारी सक्रिय हो गए हैं। जिनमे खास कर गुटखे में राजश्री, पान बाग, विमल, आशिकी, पानराज समेत अन्य सिगरेट में 10 से 25 रुपये का इजाफा कर चुके हैं, इसके साथ ही गुड़ाखू के दाम तो लगभग दोगुने हो चुके हैं। इस तरह से कालाबाज़ारी फिर से शुरू हो चुकी है। जिस पर समय रहते कड़ी कार्यवाही की लगाम नही लगाई गई तो इन मुनाफाखोरों के हौसले और बढ़ते चले जायेंगे, और इस मुसीबत के दौर में लोगों की जेब पर सीधा डाका पड़ता रहेगा।