समर्थन मूल्य के लिए धान खरीदी के लिए पहुंचा 90000 बारदाना

राजिम। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 दिसंबर से सभी खरीदी केंद्र में प्रारंभ की जा रही है इसकी तैयारी में सहकारी बैंक से लेकर सभी सहकारी समिति के कर्मचारियों दिन रात लगे हुए हैं वहीं अंचल के किसानों ने भी धान की कटाई और मिंजाई लगभग पूर्णता की ओर है और समर्थन मूल्य की धान बेचने के लिए किसान बांट जोह रहे हैं इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा ने किसानों के लिए एक नई समस्या पैदा कर दिया है सरकार बरदाना की कमी को पूरा करने के लिए किसान को अपने घर से 25% बारदाना लेकर आना होगा इधर लेट से धान खरीदी ऊपर से 25% बारदाना लेकर आना कुल मिलाकर किसानों को बहुत परेशानी हो रही हैं। प्रथम किश्त के रूप में जिला सहकारी बैंक शाखा राजिम के अंतर्गत सात खरीदी केंद्रों के लिए 90000 बारदाना प्राप्त हुए हैं जिन्हें खरीदी केंद्रों में भेजा जा रहे हैं जानकारी के मुताबिक रकशा20 हजार, पोखरा 10हजार ,बासीन20हजार, कोमा10हजार, राजिम10हजार, बेलटुकरी 10हजार, बारदाना भेजा गया है। अगर सोचा जाय तो बारदाना बमुश्किल 2से 3दिन ही चल पायेगा बाकी दिनों के लिए बारदाने की कमी हो सकती है इस वर्ष 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक किसानों को धान खरीदा जाएगा। इसके मुताबिक छुट्टियों को छोड़कर 46दिनो तक कार्य अवधि बनाया गया है। 43 दिनों मे 3लाख 25हजार क्विंटल धान यानी कि ₹7करोड़ का खरीदा जाएगा। गत वर्ष जहां समर्थन मोटा धान 1868 प्रति क्विंटल था। जिसे इस वर्ष बढ़ाकर 1960रुपये किया गया है वहीं पतला धान1480 क्विंटल धान खरीदा जाएगा। धान बेचने हेतु टोकन धान खरीदी प्रारंभ होने के 1 दिन पूर्व 30 नवंबर से प्रारंभ किया जा रहा है।खरीदी केंद्रों में काम करने वाले ऑपरेटर हड़ताल पर चले गए थे वह भी देर शाम वापस लौट आए हैं। सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा राजिम के प्रबंधक बी आर ध्रुव किसानों से अपील करते हुए कहा है कि सभी किसानों का धान निर्धारित नीति के तहत खरीदा जाएगा इसके लिए भीड़ या धक्का-मुक्की करने की जरूरत नहीं है सभी लोग अपना टोकन धान बेचने के पूर्व कटवा ले। सभी धान खरीद केंद्रों में मैदान समतलीकरण से लेकर किसानों और वाहनों के आने-जाने हेतु मार्गों का मरम्मती करन कर लिया गया है।