स्वच्छता प्रबन्धन पखवाड़ा के तहत छात्रों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, लैगिंग समानता व माहवारी सम्बंधित दी गई जानकारी
”नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर । शासकीय भानुप्रतापदेव महाविद्यालय कांकेर में माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पखवाड़ा के तहत छात्रों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को लैंगिक समानता, और माहवारी के विषय में फैली भ्रांतियों को दूर करने की बात कही।
जिला समन्वयक यूनिसेफ़ रेहाना तबस्सुम ने बताया कि स्वास्थ्य के इस महत्वपूर्ण विषय में आज भी जागरूकता का अभाव है ऐसे में ये हमारी सामूहिक जवाबदारी है कि हम इस दिशा में लोगों को जागरूक करने की कोशिश करें।
युवाओं को इससे जोड़ने का उद्देश्य यही है कि वे इससे जुड़ी बातों को समझे ,और महिलाओं और बालिकाओं के लिए सहयोगी और संवेदनशील बने, लिंग आधारित भेदभाव को दूर करने और समाज में माहवारी की भ्रान्तियों को दूर करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के बस्तर संभाग कार्यक्रम समन्वय डॉ.डी.एल पटेल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि माहवारी एक सामान्य क्रिया है जिसके विषय में खुलकर बात करने की जरूरत है ताकि उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को महिलाएं और बालिकाएं बिना किसी डर और झिझक के कह सके।
उन्होंने छात्रों से इस संबंध में समुदाय में जागरूकता के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सभी के थोड़े से प्रयास से भी इस विषय पर व्यापक बदलाव लाया जा सकता है।
जिला समन्वयक कोमल लहरे ने कार्यक्रम में बालिकाओं के साथ माहवारी के कारण होने वाले लैंगिक भेदभाव के बारे में विस्तार पूर्वक बताया साथ ही लैंगिक समानता के विषय में छात्रों को जानकारी दी। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के महादलनायक और छात्र गुरुदास बिश्वास ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए इस विषय पर जागरूकता के लिए प्रेरित किया , उन्होंने कहा कि ये एक आम शारीरिक प्रक्रिया है जिससे जुड़ी भ्रांतियों को हमे न केवल तोड़ने का काम करना है बल्कि लैंगिक भेदभाव के ख़िलाफ़ भी युवाओं को अपनी आवाज़ उठानी होगी तभी हम एक स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकेंगें, इस अवसर पर लिंग परिवर्तन गतिविधियों के माध्यम से छात्रों ने एक दूसरे की समस्याओं को समझने का प्रयास किया।