सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ ने किया एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारी महासंघ द्वारा अपनी 2 सूत्रीय मांगो को लेकर विगत 4 अप्रेल से अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है। इस दौरान मनरेगा कर्मियों द्वारा तरह तरह के अनोखे प्रदर्शन द्वारा सरकार को ध्यान आकर्षित करने प्रतिक्रिया अपनायी जा रही है किंतु सरकार के कान में अब तक आवाज नही पँहुच पाई। इस तारतम्य में छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ ब्लाक इकाई फिंगेश्वर के द्वारा चैत्र नवरात्रि महाष्टमी के दिन सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया।
संघ के संरक्षक रीना ध्रुवे ने इस सम्बंध में बताया कि मनरेगा कर्मी विगत 15 वर्षों से अतिअल्प मानदेय में कार्य करते हुए राज्य के मजदूरों को रोजगार मुहैया करा रहे है।किंतु आज हमारा ही भविष्य सुरक्षित नही है । संघ के अध्यक्ष अलेश देव् प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार से दो सूत्रीय मांग है-
1 चुनावी घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगाकर्मियों का नियमित करने किया जाए।
2 नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियो पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जाये।
कार्यकारी अध्यक्ष घासीन साहू ने कहा कि आज सरकार मजदूरों की मजदूरी राशि 204 रुपये कर दी गयी लेकिन हमें उनसे कम परिश्रमिक दिया जाता है।
उक्त हवन में ब्लाक इकाई के उपाध्यक्ष देवलाल भारती सचिव उमेश ध्रुव अभिषेक रात्रे खिलेश मंडावी हार्वेन्द साहू दीपक साहू वीना मेश्राम त्रिवेणी पाटील निधि चंद्राकर चेतन कोसरे आदि उपस्थित रहे।