महालक्ष्मी की पूजा अर्चना करने पहुंचे जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू,प्रसिद्ध कीर्तनकार का श्रीफल भेंट कर किया सम्मान
राजिम । चौबेबांधा में दीपावली के अवसर पर प्रसिद्ध गौरा चौक में महालक्ष्मी देवी की मूर्ति स्थापित की गई है। लक्ष्मी गणेश उत्सव समिति के तत्वाधान में प्रतिदिन हरि कीर्तन का कार्यक्रम हो रहा है जिसमें महाभारत के प्रसंगों पर चर्चा किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं तथा सुबह शाम देवी लक्ष्मी की महाआरती हो रही है जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित होकर आरती उतार रहे हैं। मंगलवार को गौरा गौरी गायन के बाद भेंडरी के चंद्रशेखर साहू ने शानदार हरिकीर्तन प्रस्तुत किया। इसके बाद बुधवार को कामता प्रसाद के द्वारा गीत संगीत से शानदार पौराणिक कथाओं से ऊपर कीर्तन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि देवी लक्ष्मी की कृपा से छत्तीसगढ़ प्रदेश में धान का कटोरा हमेशा छलकता रहे। सुख समृद्धि हर घर में हो तथा लोगों में एकता एवं भाईचारा की भावना हमेशा बनी रहे। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में मेहनतकश लोग निवास करते हैं यहां वह खुद नहीं बोलते बल्कि उनकी परिश्रम बता देती है। जिस गति से प्रदेश विकास के रास्ते पर लगातार अग्रसर हो रहे हैं उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कठिन श्रम ही आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। यहां भगवान राजीवलोचन साक्षात् विराजमान है और जहां भगवान विष्णु का निवास होता है वहां देवी लक्ष्मी स्वत: आ जाती है। अंचल में लक्ष्मीनारायण भगवान के कृपा है जिनके परिणाम स्वरूप क्षेत्र में खुशहाली बनी हुई है। उन्होंने 90 साल के बुजुर्ग समारू राम पटेल का पुष्पाहार पहनाकर स्वागत किया तथा उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त किए।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सरपंच दुलीचंद आंडे ने कहा कि किसी भी लोक पर्व खुशी को उजागर करने का आनंद उत्सव होता है दीपावली भगवान को प्राप्त करने का उपयुक्त अवसर है इसी दिन रामचंद्र अयोध्या वापस आए थे जिनकी खुशी में घर-घर दीप प्रज्वलित किया जाता है। धनतेरस को 13 दीप, नरक चतुर्दशी को 14 तथा महालक्ष्मी पूजन दीपावली पर अनगिनत दिए जलाए जाते हैं जो घर आंगन सभी जगह प्रकाश फैलाता है और जहां प्रकाश होता है वहां सुख शांति का आलम बना रहता है। उन्होंने दीप पर्व की बधाई भी दी। उपसरपंच धनेंद्र साहू ने कहा कि जीवन में अनेक पर्व और त्योहार मनाने का मौका मिलता है लेकिन दीपावली पंच पर्वों का समुच्चय है इसमें हमेशा भाईचारा की भावना उभर कर सामने आती है। घर द्वार की साफ सफाई के साथ ही सुआ नृत्य त्योहारों के आने का स्वागत करती है उन्होंने लोगों को एकता एवं भाईचारे के साथ त्यौहार को मनाने की अपील की। इस मौके पर कीर्तनकार चंद्रशेखर साहू को श्रीफल देकर सम्मानित किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन कवि एवं साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल ने किया। इस मौके पर प्रकाश साहू,वेदराम साहू,मनोज साहू, हीरालाल सोनकर, सीताराम सोनकर, लोकेश्वर साहू, ध्रुव कुमार, हरक श्रीवास,पुनऊ पटेल, गणपत पटेल, लतेल सोनकर, परमेश्वर पटेल, पुरुषोत्तम पाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।