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सर्वसुविधायुक्त शौचालय से लेकर हाई टेक लाइब्रेरी, श्पेशल केपम्स से लैस जिले का सबसे बड़े पीजी कॉलेज में लगती है एडमिशन के लिए लाइन

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“दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”

कवर्धा। जिले के सबसे बड़े पीजी कॉलेज में एडमिशन के लिए कबीरधाम ही नही कई जिले के विद्यार्थी लाइन लगाते है, यहां की सर्व सुविधा को देखते हुए पढ़ाई करना चाहते है। जिले का एक मात्र पीजी कॉलेज की तस्वीर पिछले चार वर्षों में बदल गई है। यहां बालिकाओं के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध है। कॉमन बाथरूम से लेकर हाई टेक लाइब्रेरी से लेकर श्पेशल कैम्पस है। इसके कारण सीट से कही अधिक छात्र एडमिशन के लिए आवेदन करते है। करीब 20 बालिकाओं के लिए विशेष टॉयलेट निर्माण किया गया है जहां वेटिंग हॉल है यहां कुर्सी लगी हुई है। साथ ही 10 से अधिक छात्रों के लिए बॉयस टॉयलेट है। इसी प्रकार हाईटेक सभी विषय के प्रेक्टिकल है यहां एक साथ सैकड़ो छात्र प्रयोगिक कार्य कर सकते है। इससे पहले एक छोटे से कमरे में प्रयोगिक कार्य होते थे जहाँ बहुत कम सामग्री रहती थी मात्र 5 से 10 छात्र ही प्रयोगिक कार्य कर पाते थे, लेकिन अब आकर्षक हाई टेक टेक्नोलॉजी के साथ प्रेक्टिकल रूम निमार्ण किया जा चुका है। यहां 500 से अधिक छात्र पढ़ाई करते है। प्रध्यापको की पूरी टीमएक समय था जब पीजी कॉलेज में गिनती के प्रध्यापक हुआ करते थे। छात्र पढ़ाई छोड़ घूमते रहते थे, लेकिन अब 40 से अधिक शिक्षक यहां है। प्रध्यापक, सहायक प्रध्यापक, अतिथि शिक्षक और जनभागीदारी समिति के शिक्षक पढ़ाई कराते है। महाविद्यालय में सभी विषय के विशेष पढ़ाई कराई जा रही है। इसके लिए क्लास रूम के बाहर व सूचना पटल पर प्रध्यापको का नंबर लिखा हुआ है।बॉटनिकल गार्डन, खुद का कम्यूटर लैबपढ़ाई का अच्छा महौल पैदा हो सके साथ ही प्रयोगिक कार्य मे काम आ सके इसके लिए कॉलेज परिसर में विशेष बॉटनिकल गार्डन का निर्माण किया गया है। यहां बच्चे पढ़ाई कर सके। इससे पहले क्लास रूम के बाहर भटकते रहते थे। इसी प्रकार वर्षों तक कॉलेज में स्वयं का आईटी सेक्टर में लैब नही था किराया से लैब का संचालन किया जाता था। सरकारी कॉलेज में निजी कम्प्यूटर की पढ़ाई कराते थे, अब कॉलेज स्वयं के कम्यूटर लेब से डीसीए, पीजीडीसीए जैसे कि पढ़ाई करवाई जा रही है।एक लाख रुपए से नए राइटर की नई बुकजिले के सबसे पड़े कॉलेज में लाखों रुपए की पुस्तके महाविद्यालय द्वारा खरीदी कर चुका है। विश्व विद्यालय द्वारा नए राइटरों की बुक से पढ़ाई कराई जा रही है। इसके लिए जनभागीदारी समिति के माध्यम से करीब एक लाख रुपए से नए बुक की खरीदी की है। ताकि सभी छात्रों को नए राइटर की बुक मिल सके। साथ ही लाइब्रेरी में बैठक पढ़ाई करने से लेकर कई सुविधा दी गई है। जिससे बच्चे पढ़ाई कर सके। यही कारण है कि जिले के सबसे बड़े महाविद्यालय में अधिक छात्र एडमिशन लेकर पढ़ाई करना चाहते है।

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