हे कुलेश्वर महादेव भजन बनेगा हिंदुस्तान की पहचान: अशोक शर्मा
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । शहर के गायत्री मंदिर सभागृह में हे कुलेश्वर महादेव भजन के शुभारंभ अवसर पर कलाकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध हास्य कलाकार एवं कवि अशोक शर्मा थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हे कुलेश्वर महादेव भजन हिंदुस्तान का पहचान बनेगा। 11 मिनट 26 सेकंड के इस भक्ति सागर में आशुतोष भगवान कुलेश्वर नाथ महादेव के ऊपर बने भजन में धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक पक्ष को मजबूती के साथ फोकस किया गया है। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम के त्रिवेणी संगम की महिमा वैसे भी दूर देश में फैली हुई है परंतु इस भजन के आने के बाद पुनः भक्ति रस का संचार हुआ है। उन्होंने कहा कि पंडित सुंदरलाल शर्मा, संत कवि पवन दीवान, कृष्णा रंजन के साथ ही अनेक लोगों ने लगातार कला साहित्य की अलख जगाई है परंतु अब नए कलाकारों की मेहनत मील के पत्थर साबित हो रहे हैं। कुलेश्वरनाथ महादेव के ऊपर यह सोच बहुत बड़ी उपलब्धि है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्रीराम संगीत कला केंद्र के आचार्य तुलाराम साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि कलाकार की पहचान उनकी कला से ही होती है। स्थानीय कलाकार को इस भजन के माध्यम से पूरा विश्व ना सिर्फ सुन रहा है बल्कि देख भी रहा है। निश्चित ही माटी की खुशबू चारों ओर फैल रही है। मौके पर उपस्थित गीत के गायक किशन देवांगन ने कहा कि गीतकार मुन्ना लाल देवदास से मेरा पहचान नहीं था। गायक फागू तारक ने जब इस प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा किया तब मैंने इन्हें जाना किया। इनकी शब्द रचना मुझे बहुत अच्छा लगा और सबके प्रयास से गाने की रिकॉर्डिंग भी हो गई जिसे देश के प्रसिद्ध टी सीरीज कंपनी ने लांच किया है। समाज को जो सेवा दे सकते हैं यह मेरे लिए सौभाग्य होगा। अलाप म्यूजिक स्टूडियो संचालक एवं गायक जितेंद्रियम देवांगन ने कहा कि इस भजन को 40 लोग मिलकर पूरा किए हैं। शुभारंभ होते ही 2 घंटे के अंतराल में तीस हजार से अधिक लोग देख चुके हैं। अब भगवान राजीवलोचन के ऊपर गीत की तैयारी कर रहे हैं। मेरी दिली तमन्ना है कि मैं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक धार्मिक स्थल को गीत एवं भजन के माध्यम से विश्व स्तर पर ले जाऊं। डायरेक्टर पद्मा देवांगन ने कहा कि फिल्माया गया 11 मिनट के इस भक्ति सागर में कत्थक नृत्य को प्राथमिकता दिया गया है मैं चाहता हूं कि क्षेत्र के बच्चो को कथक नृत्य में निपुर्ण करूं।
हे कुलेश्वर महादेव के रचनाकार डॉ. मुन्नालाल देवदास ने बताया कि इसके गायक मुंबई के इस्वर्या पंडित, खैरागढ़ विश्वविद्यालय के किशन देवांगन, रायपुर के प्रसिद्ध गायक जितेंद्रियम देवांगन, कोपरा के प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायक फागू तारक ने इन्हें स्वर देकर संवारा है। इस में काम करने वाले कलाकार अनीता देवांगन, प्रियंका गंधर्व, गरिमा साहू, गीतिका ऐश्वर्या, गीतांजलि साहू, ईश्वर साहू, डायमंड साहू, इंद्रकुमार तारक, धनाराम नागरची, विकास साहू, हरीश साहू, तुलाराम साहू, लोकेश्वर साहू, दिग्विजय वर्मा के साथ ही श्रीराम संगीत कला केंद्र राजिम का विशेष सहयोग मिला है। गीतकार जब गीत लिखते हैं तो उसे सभी पहलुओं को ध्यान में रखना पड़ता है इसमें सामाजिक समरसता से लेकर भक्ति का संचार हुआ है। पूरा शूटिंग राजिम के सीताबाड़ी, त्रिवेणी संगम नदी की रेत, कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर, पंचकोशी शिव पीठ पटेवा, चंपारण, बम्हनी, फिंगेश्वर, कोपरा, गरियाबंद का भूतेश्वर नाथ महादेव इत्यादि जगहों पर हुआ है। मेरा उद्देश्य रहा है कि मैं अपने क्षेत्र के लिए कुछ काम करूं। परिणामत: यह भक्ति सागर समर्पित है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मंच पर बुधाबाई देवांगन, उषा देवांगन, प्रशांत, हरीश साहू विराजमान थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अवसर पर गायक फागू तारक ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। उपस्थित सभी कलाकारों को अंग वस्त्र एवं फोटो फ्रेम भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल ने किया।