राजिम के मंदिरों में रही विशाल भीड़
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। सावन लगते ही रविवार को शहर के मंदिरों में इस तरह भीड़ रही कि देखते ही देखते जैसे ही शाम 4:00 बजे पानी ठहरा उसके बाद एकमुश्त भीड़ बढ़ गई। गाड़ी मोटरों का रेलमपेल हो गया। चारपहिया वाहन एवं बाइक का अंबार लग गया। लक्ष्मण झूला के माध्यम से लोग सीधे कुलेश्वर नाथ महादेव का मंदिर पहुंचे। जो पहली बार लक्ष्मण झूला में चढ़े थे वह खूब आनंद लिया। झूला में चढ़ते ही कुछ आगे जाने के बाद झूला का हिलना लोगों को खासा भाया। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मण झूला की लंबाई 600 मीटर है इनका उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 16 मार्च 2022 को किया था जनता को समर्पित होने के बाद लोग बड़े उत्साह के साथ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों से भी लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। बताना होगा कि पूरे सावन मास में कांवरिया प्रयाग नगरी आते तो जरूर थे लेकिन महादेव के दर्शन नहीं कर पाते थे अब लक्ष्मण झूला के बन जाने से प्रथम बार नदी में बाढ़ आने के बावजूद भी दर्शन कर रहे हैं। भगवान राजीव लोचन मंदिर में भीड़ देखते ही बन रही थी रंग बिरंगे बृजभूषण दर्शनार्थी मंदिरों में पहुंच रहे थे। घंटियों की झंकार से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा।पूरा संगम बना सेल्फी प्वाइंटपूरा त्रिवेणी संगम सेल्फी प्वाइंट नजर आ रहा था लोग संगम पुल में बाढ़ देखने के लिए बड़ी संख्या में उपस्थित हुए और यहीं से सेल्फी लेकर बाढ़ का आनंद लेते रहे थे उसके बाद एनीकट के पास खड़े होकर सेल्फी का लुफ्त उठाया। लक्ष्मण झूला में तो जिसके हाथ में मोबाइल वही सेल्फी ले रहे थे पूरा मंदिर प्रांगण भी सेल्फी प्वाइंट में तब्दील हो गया था यह दृश्य देखते ही बन रही थी।मेला के बाद पहली बार रही इतनी भीड़माघी पुन्नी मेला के बाद पहली बार इतनी भीड़ देखने को मिली। अनुमान के मुताबिक तकरीबन 30000 लोगों ने सुबह से लेकर शाम 6:00 बजे तक पहुंचे। दर्शनार्थियों में खासा उत्साह देखा गया। परंतु भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए कहीं पर कोई पुलिस बल नजर नहीं आई जो चर्चा का विषय बना रहा। अभी सावन माह मात्र शुरू हुआ है इस बार भी चार रविवार पड़ेंगे जिनमें से एक रविवार गुजर गया।