मगरलोड ब्लॉक में एडीबी के तहत निर्माणाधीन सड़कों का कलेक्टर ने किया सघन निरीक्षण,अतिक्रमण हटाकर गुणवत्तापूर्ण सड़क समय-सीमा में तैयार करने के दिए निर्देश
धमतरी। कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने आज मगरलोड विकासखण्ड में एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के तहत निर्माणाधीन सड़कों का सघन निरीक्षण किया तथा सभी सड़कों का निर्माण निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने एवं अतिक्रमण हटाकर इसमें तेजी लाते हुए गुणवत्तापूर्ण निर्माण करने के निर्देश एडीबी की परियोजना प्रबंधक को दिए। इस दौरान उन्होंने ग्राम भोयना-बोरसी-मोहंदी-मगरलोड-परसवानी-बुड़ेनी-नवापारा मार्ग तथा कुरूद-मेघा-मगरलोड-अमलीडीह-धौराभाठा-खिसोरा-पाण्डुका के पुराने मार्ग का नवीनीकरण, डामरीकरण एवं चौड़ीकरण कार्य का प्रारम्भ से अंत तक मुआयना कर अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
कलेक्टर एल्मा ने आज सुबह ग्राम भोयना से बोरसी, मोहंदी, मगरलोड होते हुए सम्पूर्ण निर्माणाधीन मार्ग का अवलोकन एवं निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यपालन अभियंता सह परियोजना प्रबंधक अपर्णा चौरपगार ने बताया कि उक्त मार्ग कुल लम्बाई 66.725 किलोमीटर है जिसकी लागत 201.63 करोड़ रूपए है तथा इसका जून 2022 के पूर्ण किया जाना है, जबकि अब तक लगभग 31 प्रतिशत निर्माण पूर्ण हुआ है। इस पर कलेक्टर ने उन्हें निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए निर्धारित तिथि तक शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में अंतरविभागीय समन्वय से संबंधित किसी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल सूचित करने की बात कही, ताकि निर्माण कार्य निर्बाध रूप से जारी रह सके।
इसके उपरांत उन्होंने कुरूद-मेघा-मगरलोड-अमलीडीह-धौराभाठा-खिसोरा-पाण्डुका मार्ग के रिहैबिलिटेशन एवं अपग्रेडिंग कार्य का स्थल निरीक्षण किया। परियोजना प्रबंधक चौरपगार ने बताया कि 31.885 किलोमीटर लम्बी उक्त सड़क की लागत 93.04 करोड़ रूपए है तथा इसे फरवरी 2022 तक पूर्ण किया जाना है। कलेक्टर ने सड़कों के साथ-साथ मार्ग में पड़ने वाले पुल-पुलियों को भी उच्च गुणवत्ता के साथ तैयार करने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान परियोजना प्रबंधक ने बताया कि ग्राम करेलीबड़ी में चौड़ीकरण के लिए ग्रामीणों को मुआवजे की राशि दी जा चुकी है, किन्तु कतिपय व्यक्ति द्वारा मुआवजा लेने के बाद भी अधिग्रहण लेने पर आपत्ति की जा रही है। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम कुरूद डी.सी. बंजारे को तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यक्ति को समझाइश देने की बात कही। इसके बावजूद भी मार्ग निर्माण में बाधा पहुंचती है तो अतिक्रमणरोधी दस्ता के जरिए अतिक्रमण हटाने की सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देश कलेक्टर ने दिए। इस अवसर पर संबंधित विभाग के अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।