कलयुगी पिता ने अपने बेटे पर कुल्हाड़ी व छुरे से वार कर उतारा मौत के घाट,उसके बाद खुद फांसी के फंदे पर झूला
गरियाबन्द। अमलीपदर थाना के भेजीपदर पंचायत के नदीपारा में रहने वाला 26 वर्षीय चन्द्रशेखर ध्रुवा साल भर से मानसिक बीमारी से ग्रसित है। 1 दिसम्बर को सुबह से ही चन्द्रशेखर पर पागलपन सवार था। वह कुल्हाड़ी-तलवार लेकर पूरे परिवार को मारने पर तुला था। पत्नी चंम्पा ध्रुवा बेटे प्रेमलाल, बेटी रायमनी व टिकेश्वरी को लेकर बगल में जेठ के घर शरण ले ली। उस वक्त घर के अन्य बड़े सदस्य मजदूरी करने बाहर गए थे। लगभग 2 बजे चंद्रशेखर हथियार लेकर बाजू के घर में भी घुस गया, और अपने 4 साल के बेटे प्रेम को झपटते हुए अपने घर लेकर कमरे में बन्द कर दिया। पीछे-पीछे परिवार के अन्य सदस्य छुड़ाने की नाकाम कोशिश करते रहे। हथियार के डर से कोई भी सामने जाने का साहस नहीं जुटा पाया। इस दौरान उसने अपने बेटे को पहले जमीन पर पटका, फिर कुल्हाड़ी व छुरे से दो तीन वार कर मासूम को मौत के घाट उतार दिया।उसके बाद खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। इस हृदयविदारक घटना की जांच में जुटी पुलिस कारणों की तलाश कर रही है। घटना 01 दिसंबर की है।