जंगली हाथियों से कम से कम 200 मीटर की दूरी बनाकर रखें और जंगली हाथियों की फोटो और सेल्फी ना ले- डीएफओ
”दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”
कवर्धा। 31 अक्टूबर की रात लगभग 2 बजे 6 हाथियों का दल खुड़िया परिक्षेत्र, वन मण्डल मुंगेली, जिला मुंगेली से वन मण्डल कवर्धा अंतर्गत पंडरिया पूर्व परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 490 एवं 486 ग्राम भुतकछार में आ गया था जो रात्रि में ही गुढ़ा ग्राम के रास्ते चतरी परिसर के कक्ष क्रमांक 525 से होते हुए भूतईटोला, झिंगराडोंगरी, बिरबाह, कुल्हीडोंगरी, पिपरहा एवं जामुनपानी के आस-पास विचर रहा था। 01 नवंबर को सवेरे कक्ष क्रमांक 506 नरसिंगपुर परिसर से कोंडा डोंगरी के पास कक्ष क्रमांक 512 के आस-पास था। अंतिम सूचना मिलने तक हाथियों का दल वहीं पर विचरण कर रहा था। 31 अक्टूबर को उक्त हाथियों के दल के द्वारा ग्राम गुढ़ा ग्राम पंचायत रवन मंझोली के पास सुकवारा बाई पति घासी गोंड के पम्पहाऊस का दीवार तथा एक नग खाट को तोड़कर क्षति पहुंचाया गया। इसी प्रकार सुशीला बाई पति सीताराम गोंड एवं दुखू पिता नत्थू सिंह गोंड के खेतों में हाथियों द्वारा चलने से धान के फसल की क्षति हुई है। घटना की सूचना मिलते ही वनमण्डलाधिकारी चूड़ामणि सिंह (भा.व.से.) वनमण्डलाधिकारी, कवर्धा वनमण्डल तत्त्काल घटना स्थल पहुंचे और उपस्थित अधिकारियों को हाथियों के द्वारा पहुंचाए गए फसल एवं मकान की क्षति का मुआवजा संबंधित ग्रामवासी को तत्काल दिलाए जाने के लिए निर्देशित किया गया।
वनमण्डलाधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बताया कि जिलाभर के सीमावर्ती वन क्षेत्र में स्थानीय अमला की ड्यूटी लगी है। वनमण्डल के उड़नदस्ता दल के द्वारा स्थानीय अमला के साथ उक्त क्षेत्रों का सतत् निरीक्षण, भ्रमण किया जा रहा है। सम्बंधित गांव में मुनादी, प्रचार-प्रसार, जागरूकता तथा मीडिया के माध्यम से एडवाजरी जारी कर वन्यप्राणी हाथी से बचाव एवं वस्तुस्थिति नियंत्रण बाबत् प्रयास कवर्धा वन मण्डल कवर्धा द्वारा किया गया है।
वनमंडल द्वारा जारी की गई एडवाईजरी
वनमंडल द्वारा आमजनों की सुविधा के लिए अधिकारियों के मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं और मुख्यालय में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। आमजनों से अपील करते हुए कहा गया है कि जंगली हाथियों से कम से कम 200 मीटर की दूरी बनाकर रखें और जंगली हाथियों की फोटो और सेल्फी नहीं ले।