डॉ.रमन सिंह द्वारा खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिला गठित होने का विरोध करना भाजपा को पड़ेगा महंगा-आरपी सिंह
“उदय मिश्रा की रिपोर्ट”
राजनांदगांव । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने आज एक बयान जारी करते हुए यह आरोप लगाया है कि कल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा घोषणा पत्र जारी कर खैरागढ़ छुई खदान गंडई को नया जिला बनाने की घोषणा करते ही डॉ रमन सिंह और पूरी भारतीय जनता पार्टी इस जिले के निर्माण के विरोध में खड़ी हो गई है! खैरागढ़ विधानसभा की जनता इस विरोध को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी और आगामी मतदान के दिन इस विरोध का बदला जरूर लेगी। आरपी सिंह ने कहा है कि 15 वर्षों तक डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे और कोमल जंघेल 5 साल विधायक और 5 साल संसदीय सचिव रहे लेकिन दोनों में कभी भी खैरागढ़ छुईखदान गंडई को जिला बनाने का कोई प्रयास नहीं किया। इसके पीछे डॉक्टर रमन सिंह का निहित स्वार्थ था। खैरागढ़ राजनांदगांव और कवर्धा के बीच में पड़ता है। कवर्धा जहां डॉक्टर रमन सिंह का गृह जिला है वही राजनंदगांव उनका निर्वाचन जिला है। इन दोनों जिलों का महत्व हमेशा बना रहे इसलिए खैरागढ़ छुई खदान गंडई जिले का निर्माण उन्होंने नहीं किया और उनके दबाव के चलते ही कोमल जंघेल कभी इस मुद्दे को उठा भी नहीं सके। डॉ. रमन सिंह भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल और पूरी भाजपा को अब खैरागढ़ विधानसभा की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे जिले के निर्माण के पक्ष में हैं या खिलाफ। अगर वह जिले के निर्माण के पक्ष में हैं तो 15 वर्षों तक उन्होंने जिले का निर्माण क्यों नहीं किया? अब वह समय आ गया है जब जनता को सच पता चल सके। जिला बनाना तो बहुत दूर की बात है जब गंडई के नागरिकों ने गंडई को तहसील बनाने की मांग की तब फरवरी 2018 में डॉ रमन सिंह ने पुलिस लाठी चार्ज करवाया था। जिसमें दर्जनों लोगों को चोटे आई और उनके खिलाफ अपराधिक मामले भी दर्ज किए गए। भूपेश बघेल की सरकार सत्ता में आते ही गंडई को तहसील बनाने की 30 वर्ष पुरानी मांग तुरंत पूरी कर दी गई और गंडई को पूर्ण तहसील का दर्जा मिल गया। ठीक इसी तरह खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के विजयी होते ही 24 घंटे के भीतर ही खैरागढ़ छुईखदान गंडई को जिला बना दिया जाएगा। साथ ही सुदूर वनांचल क्षेत्र साल्हेवारा को तहसील और जालबांधा को उप तहसील बना दिया जाएगा। जिला बनते ही खैरागढ़ विधानसभा का पूरा क्षेत्र विकास की नई रफ्तार पकड़ लेगा। यहां की जनता को अपने छोटे छोटे कार्यों के लिए राजनांदगांव तक की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। जिला प्रशासन से संबंधित सभी कार्यों का निष्पादन नवगठित जिले में ही संभव हो सकेगा। आरपी सिंह ने मां बमलेश्वरी से डॉ रमन सिंह और भाजपा को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की है ताकि वे लोकहित के कामों का विरोध ना करें।