माघी पुन्नी मेला 16 से तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम । माघी पुन्नी मेला को अब मात्र 6 दिन शेष रह गए हैं। 16 फरवरी मांघ पूर्णिमा के दिन से मेला प्रारंभ होगा जो 1 मार्च महाशिवरात्रि तक लगातार चलेगा। इस दौरान पुन्नी मेला में पुण्य स्नान, दर्शन, पूजन करने और मेला घूमने लाखों लोग जुटते हैं। बुधवार की सुबह से ही हमारे संवाददाता ने मेले का निरीक्षण किया जिसमें तैयारियां द्रुतगति से जारी है। पर्यटन विभाग द्वारा स्थल के पास चबूतरा में टाइल्स बिछाया जा रहा है इस वर्ष चबूतरा की चौड़ाई को बढ़ाया गया है जिससे कलाकारों को नृत्य और प्रदर्शनी करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। मुख्य मंच के ठीक सामने दर्शक दीर्घा हेतु रेत को समतलीकरण ट्रैक्टरों से किया जा रहा है यहां पर 50000 से अधिक लोग एक साथ बैठकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाते हैं इसके सामने वीआईपी लोगों के बैठने हेतु कुर्सी बिछाया जाता है। पुलिस प्रशासन की ओर से मेला में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद किया जा रहा है मेले के लिए 1000 पुलिस बल की ड्यूटी लगाई जाएगी पुलिस अधीक्षक जे आर ठाकुर ने बताया कि 1000 पुलिस की व्यवस्था मेले में रहेगी इनमें दो एडिशनल एसपी, 14 डीएसपी,20 टीआई, 25 एएसआई, 200 महिला पुलिस की मांग रखी गई है। मेले में ज्यादा भीड़ ना हो इसके लिए राजिम से गरियाबंद मार्ग में तीन स्थानों पर तथा छूरा एवं फिंगेश्वर मार्ग में एक ही स्थानों पर पुलिस चौकी अस्थाई रूप से बनाया जाएगा। यहां पर आने वाले लोगों के लिए पेयजल हेतु घड़ा में ठंडा पानी रखा जाएगा। 120 सीसीटीवी कैमरा मेला स्थल में लगाए जाएंगे जिससे अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। महानदी आरती स्थल पर चौकी का निर्माण होगा यह मेला में तीन जिलों के अधिकारी व्यवस्था बनाते हैं। गरियाबंद जिले सहित रायपुर, धमतरी जिले के अधिकारी भी तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। जल संसाधन उप संभाग के एसडीओ होमेश नायक ने बताया कि श्रद्धालुओं के पुण्य स्नान हेतु 100/50 मीटर के दो स्नान कुंड बनाया जा रहा है जिसकी गहराई 3 फीट होगी। गत वर्ष पुण्य स्नान हेतु सिकासेर जलाशय से 100 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इस वर्ष भी कोपरा एवं नवागांव एनीकेट के पास स्टोर करके पानी को रखा गया है और जरूरत के मुताबिक धार छोड़ते जाएंगे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग उप संभाग राजिम के एसडीओ ए एल शेख ने बताया कि मेले के लिए पेयजल सप्लाई हेतु चार स्थानों पर बोर किया गया है और पूरे मेला स्थल में 8500 मीटर पाइप लाइन बिछाया जा रहा है। 125 शौचालय का निर्माण किया जाएगा इनमें 26 टंकी भी बनाया जाना है। 300 से अधिक नल की टोटियां लगाई जाएगी यह काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। वन परीक्षेत्राधिकारी एस एस तिवारी ने बताया कि पिछले साल के मुताबिक जलाऊ लकड़ी, बांस और बल्ली का डिमांड किया गया है लेकिन अब तक हमें प्राप्त नहीं हुआ है इसी तरह साधु-संतों के लिए कुटिया बनाया जाना है कितना बनाया जाएगा अभी तक हमें निर्देश नहीं मिला है। कुटिया के ऊपर घास फूस की छाया हेतु जो बारनवापारा से मंगाया जाता है इस वर्ष इसका टेंडर कॉल किया गया है। दाल भात सेंटर मेले में खोला जाएगा इसके लिए खाद्य विभाग द्वारा चावल का डिमांड किया गया है जो अभी प्राप्त नहीं हुआ है। लोक निर्माण विभाग राजीवलोचन मंदिर से कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर तक संत समागम स्थल नेहरू घाट और एनीकट के आसपास नदी की रेत को खींचकर सड़क बना रहे हैं इस वर्ष सड़क की चौड़ाई 12 मीटर से बढ़ाकर 15 मीटर की गई है और इसके अंदर 3 मीटर तक फर्सी बिछाया जा रहा है जिससे वाहनों से सामानों को लाया लाया और ले जाया जा सकें। लोक निर्माण उप संभाग राजिम को उपयंत्री मनीष साहू ने बताया कि मंत्री के निर्देश के मुताबिक गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 3 मीटर चौड़ा सड़क को बढ़ाकर बनाया जा रहा है दो स्थानों पर पाइप लाइन बिछाई जा रही है पाइप लाइन के पास सड़क की चौड़ाई 6 मीटर रहेगी। नेहरू घाट की ओर उप संभाग अभनपुर और लोमस ऋषि आश्रम तथा संत समागम स्थल की ओर संभाग धमतरी द्वारा सड़क बिछाने का काम किया जा रहा है। राजिम संभाग की ओर से 25% सड़क बिछाने का काम हो चुका है काम तेज गति से चल रहा है।

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