सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद हुआ रावण अंगद संवाद, दसहरा मैदान में दर्शकों की रही खचाखच भीड़
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। शीतला मंदिर के पीछे स्थित दशहरा मैदान में दशहरा उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया इस मौके पर मेला जैसा माहौल देखने को मिला जिधर देखो उधर लोग दसहरा के रंग में खो गए थे छोटे-छोटे बच्चे धनुष बाण लेकर अपने आपको आराम सिद्ध कर रहे थे तो कुछ बच्चे राक्षसी लिबास पहनकर इतरा रहे थे। साल भर में इस मैदान में इतनी भीड़ देखने को मिलती है परंतु इस बार तो भी पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा रही। इस बार कुछ हटकर आयोजन करने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था हालांकि कुछ लोगों को रास नहीं आया लेकिन दर्शकों ने भरपूर इनका मजा लूटा पश्चात रावण अंगद संवाद हुआ जैसे ही रावण ने कहा कि मैं लंकेश हूं अंगद लंका आने का कारण बताते हैं और सीता को वापस करने का निवेदन करते हैं यह संवाद लोगों को काफी प्रभावित किया पश्चात शानदार आतिशबाजी किया गया जो देखते ही बन रही थी।