संत कवि पवन दीवान की मूर्ति का 1 जनवरी को होगा अनावरण ,राजिम में भी दीवान की आदमकद प्रतिमा लगाने की उठी मांग
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट“
राजिम। समीपस्थ ग्राम किरवई के संत कवि पवन दीवान शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में ब्रह्मलीन संत कवि पवन दीवान की मूर्ति का अनावरण 1 जनवरी 2023 को पंचायत एवं ग्रामीण विकास जल संसाधन एवं कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के मुख्य आतिथ्य एवं प्रथम पंचायत मंत्री तथा विधायक राजिम अमितेश शुक्ला की अध्यक्षता में संपन्न होगा। शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू एवं ग्राम पंचायत सरपंच यथार्थ शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में संत कवि पवन दीवान की यह प्रथम मूर्ति होगी जिन्हें उनके विशेष शिष्यों के द्वारा निर्माण कराया गया है। मूर्ति लोकार्पण के समाचार को सुनकर समस्त ग्रामवासी के अलावा क्षेत्र के लोगों में भारी उत्साह का वातावरण है। दूसरी ओर उनकी कर्मभूमि राजिम जहां कोई पवन दीवान की समाधि ब्रह्मचारी आश्रम में बनी हुई है। दीवान जी का अधिकांश समय इसी ब्रह्मचारी आश्रम में बीता है और यही से धर्म अध्यात्म के साथ राजनीति पर दखल रखते थे इस धर्म नगरी में उनकी प्रतिमा लगाने की मांग पिछले महीने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि से लेकर आम जनता शासन और सरकार से कर चुके हैं कि संत कवि पवन दीवान की प्रतिमा शहर में लगाया जाए ताकि आने जाने वाले लोग इनके कार्यों से मुखातिब हो। बुधवार को मीडिया में आई खबर के चलते किरवई में प्रतिमा लगाने की बांटने सब को प्रफुल्लित कर दिया है उनके जन्म भूमि के साथ उनके कर्म नगरी राजिम में किसी चौक का नाम संत कवि पवन दीवान के नाम पर रखकर पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक के तर्ज पर संत कवि पवन दीवान की प्रतिमा स्थापित किया जाए तो ना कि अंचल के लिए बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देश के लिए गौरव की बात होगी। बताना होगा कि इस संत ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया नतीजा 1 नवंबर सन 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य अस्तित्व में आया। इन पर कार्यों से प्रभावित होकर लोगों ने इन्हें छत्तीसगढ़ का गांधी भी कहा और छत्तीसगढ़ के गांधी के रूप में विख्यात हुआ। लोग तो यह भी मांग कर रहे हैं संत कवि पवन दीवान के नाम पर प्रदेश सरकार राज्य स्तरीय पुरस्कार की घोषणा करें ताकि राजिम के माटी की महिमा चिरकाल तक सुभाषित होती रहे। अंचल के लोगों ने मांग की है कि 1 जनवरी को संत कवि पवन दीवान का जन्मदिन है इस अवसर पर इनकी भव्य प्रतिमा शहर में लगाई जाए।