छत्तीसगढ़ में बच्चों के नक्सली बनने की कहानीः 15 साल की उम्र में घर से उठा ले जाते हैं, 17 का होते ही थमा दी जाती है बंदूक
बस्तर पुलिस ने आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों पर एक सर्वे किया है। इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।नक्सली कैडर में करीब 70 प्रतिशत युवा ऐसे हैं जो अपनी मर्जी से इसका हिस्सा नहीं बनते। उन्हें इसके लिए मजबूर किया जाता है। उन्हें 15 साल की उम्र में माता-पिता की अनुमति के बगैर उनके घरों से उठा लिया जाता है। एक बार संगठन का हिस्सा बनने के बाद उनका ब्रेनवॉश किया जाता है और हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है। फिर उन्हें हिंसा फैलाने की जिम्मेदारी दी जाती है।
17 की उम्र में पकड़ा दी जाती है बंदूक
माना जाता है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को नक्सली कैडर में शामिल नहीं किया जाता। उन्हें बाल संघम में रखा जाता है, लेकिन पुलिस के सर्वे में इसे भी गलत बताया गया है। आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों के हवाले से सर्वे में बताया गया है कि बच्चों को 17 साल का होने पर बंदूक पकड़ा दी जाती है। 20 साल का होते-होते वे ऑटोमेटिक हथियार चलाने लगते हैं।
मां-बाप की मौत पर भी घर नहीं जाने देते
करीब एक-चौथाई नक्सली ऐसे हैं जो एक बार संगठन का हिस्सा बनने के बाद कभी अपने मां-बाप से मिल नहीं पाते। उन्हें अपने घर जाने या मां-बाप से मिलने की सख्त मनाही होती है। उन्हें मां-बाप की मौत पर भी घर जाने की इजाजत नहीं मिलती। करीब 30 प्रतिशत नक्सली ही पांच साल के बाद अपने परिवार वालों से मिल पाते हैं।
नक्सलियों का कानून बेहद कड़ा होता है। नक्सली कैडर को शादी करने या घर बसाने की इजाजत नहीं होती। इसके लिए करीब 25 फीसदी नक्सलियों को जवानी में ही नामर्दी की दवा दे दी जाती है।
तेलुगू और छत्तीसगढ़ी कैडर के बीच भेदभाव
सामाजिक भेदभाव के खिलाफ विद्रोह को हवा देकर नक्सली अपना कैडर तैयार करते हैं, लेकिन युवाओं को यहां भी भेदभाव का सामना करना पड़ता है। पूर्व नक्सलियों से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली संगठन में तेलुगू और छत्तीसगढ़ी कैडर के बीच भेदभाव किया जाता है। छत्तीसगढ़ के युवाओं को बड़ी जिम्मेदारी और ऊंचे पदों से दूर रखा जाता है।
सरेंडर कर चुके नक्सलियों पर हुआ सर्वे
बस्तर पुलिस ने इस सर्वे में उन पूर्व नक्सलियों को शामिल किया था जो 2013 से 2021 के बीच दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इन सभी पर 5 लाख रुपये या इससे ज्यादा का ईनाम घोषित था। सर्वे के दौरान उनसे 10 सवाल पूछे गए। उनसे मिले जवाबों से ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।