बंधक बनाकर मारपीट करने वाले आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार….
कोरबा। कुसमुण्डा पुलिस ने बंधक बनाकर मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमे आरोपीगण के नाम राजेश सिंह राजपूत, गोवर्धन कुमार साहू व अशोक कुमार कश्यप को गिरफ्तार किया गया है।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 17.09.2021 को कुसमुण्डा खदान शैलो के पास एण्डम में विश्वकर्मा देखने गये सुभाष राम सिदार निवासी दुरपारोड फोकटपारा कोरबा व हीरा बहादुर निवासी फोकटपारा को सामंता कंपनी के दो गार्डो व उसके अन्य साथियो के द्वारा तुम कंपनी में लोहा चोरी करने आये हो कहकर गाली गुप्तार करते हुये मारपीट करने लगे तथा उनके द्वारा मना करने पर उन्हे अलग अलग खंभा में रस्सी से बांधकर मारपीट करते हुये चोरी स्वीकार कराने जो घटना की गंभीरता को देखते हुये तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर आरोपियों के विरूद्ध धारा- 294,330,348,506,34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। उक्त घटना के संबंध में एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिस पर पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम
पटेल के निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा व नगर पुलिस अधीक्षक लितेश सिंह के मार्गदर्शन पर घटना घटित करने वाले आरोपियों की त्वरित पतासाजी व गिरफ्तारी हेतु टीम गठित किया गया जो कुसमुण्डा पुलिस द्वारा आज दिनांक 20.09.2021 को पीड़ित तथा वायरल हुये वीडियो के आधार पर 03 आरोपियों को अभिरक्षा में लिया गया तथा अभिरक्षा में लिये गए संदेही व्यक्तियों से पृथक पृथक पूछताछ किया गया जिन्होने अपना नाम राजेश सिंह राजपूत पिता रामजीत सिंह राजपूत उम्र 53वर्ष निवासी- कपाटमुड़ा कुसमुण्डा व गोवर्धन कुमार साहू पिता शिवचरण साहू उम्र 29वर्ष निवासी- बरमपुर थाना कुसमुण्डा व अशोक कुमार कश्यप पिता दिलहरणलाल उम्र 46वर्ष निवासी-ग्राम कनकी थाना उरगा जिला कोरबा का निवासी होना बताये। प्रकरण में विवेचना दौरान धारा- 384 भादवि जोड़ी गई है। आरोपियो के उक्त कृत्य अपराध का घटित करना पाये जाने से तहसीलदार से पहचान कार्यवाही उपरांत विधिवत गिर. कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अन्य 01 आरोपी की पतासाजी की जा रही है। जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक लीलाधर राठौर, सउनि परमेश्वर राठौर, प्रधान आरक्षक कृपाशंकर दुबे, खगेश राठौर, आरक्षक शीतल कुमार राज, श्याम गबेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
”बीएन यादव की रिपोर्ट”