रेत भरी हाईवे ने किया सड़कों का सत्यानाश, चौबेबांधा पुल से लेकर साईं मंदिर तक सड़क गड्ढे में तब्दील
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। बरसात में सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है ऊपर से रेत भरी हाईवा गाड़ियां सरपट दौड़ रही है जिससे सड़क गड्ढे में तब्दील हो गए हैं। अब तो इन पर चलना भी मुश्किल हो गया है। लोग अपने गंतव्य स्थल तक जाने के लिए हर तरह के जुगाड़ कर रहे हैं कोई गड्ढे से बगल होकर अपनी गाड़ियां आगे बढ़ा रहे हैं तो कोई गड्ढे में ही ले जाकर अपनी बाइक को फंसा जा रहे हैं। सड़कों की यह दशा पिछले 22 सालों में पहली बार हुई है। अंचल के सड़क इन दिनों गड्ढे में बदल गया है लेकिन इन्हें सुधारने वाला कोई नहीं दिख रहा है। बात करने पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी हमेशा फंड का रोना रोते हैं। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी सड़कों की मरम्मत करने के सख्त निर्देश दिए हैं लेकिन इनका असर राजिम विधानसभा में देखने को नहीं मिल रहा है और तो और राजिम मुख्यालय की सड़कें भी खस्ताहाल हो गए हैं अर्थात सड़कों का सत्यानाश हो गया है और इन्हें सुधारने वाला अभी तक कोई मसीहा नहीं आया है ना जाने कब तक लोगों को इन्हीं सड़कों से गुजरना पड़ेगा और गिरते हिचकोले खाते तथा छोटे बच्चों के कपड़े सनते हुए समय गुजारना पड़ेगा। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल जाने वाले बच्चों को होती है पालक वैसे भी अपने इन बच्चों को स्कूल जाने के लिए साइकल तो खरीद लिए हैं लेकिन उन्हें डर बना रहता है कि यह खस्ताहाल सड़कें कहीं मुसीबत ना बन जाए। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के चुप्पी भी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। बताना होगा कि सरपंच से लेकर विधायक, सांसद व मंत्री अभी तक इन सड़कों की चिंता नहीं की है। राष्ट्रीय राजमार्ग को मिलाने वाली राजिम परसवानी मार्ग जो सीधे चौबेबांधा पुल तक जाती है इनकी दूरी ढाई से 3 किलोमीटर तक है। सड़क पूरी तरह से उखाड़ रहे हैं इतनी दूरी में सैकड़ों गड्ढे छोटे बड़े मिलाकर हल्की सी भी बारिश होने पर पानी भर जाता है जिससे चलना दूभर होता है कई लोग तो गाड़ी चलाते ही गिर जाते हैं तथा पैदल यात्रियों के पैर घुटने तक कीचड़ से शन जाता है। तरह तरह की परेशानियां हो रही है अब तो चौबेबांधा से लेकर राजिम तक की सड़कें बनने की बांट क्षेत्रवासी देख रहे हैं क्योंकि यह स्थल नवीन मेला मैदान में आता है इस सड़क को मजबूती के साथ बनाने के बात पिछले दो सालों से हो रही है परंतु मात्र कभी कभार लीपापोती ही कर जाते हैं अब तो लीपापोती भी नहीं होने के कारण सड़क गड्ढे में तब्दील हो गए हैं। बताना जरूरी है कि धमतरी जिला के रेत घाट से लगातार हाईवा चल रही है लोग समय-समय पर मांग उठाते रहे कि जब धमतरी जिला से निकल रहा है तो उसी रोड से इन्हें निकलना चाहिए लेकिन यह गाड़ियां तो राजिम से होकर रायपुर व अन्य शहरों के लिए जाती है जिससे राजिम परसवानी मार्ग टूट गए हैं इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। परेशानी तो आम जनता को हो रही है। इसी तरह से सिंधौरी रेत घाट से ट्रैक्टर से रेत सप्लाई करने के कारण चौबेबांधा सिधौरी एकल मार्ग पूरी तरह से खराब हो गए हैं। सिंगल मार्ग होने के कारण आवागमन में बड़ी दिक्कत होती है यहां तो ट्रैक्टरों की लाइन लगी रहती है और इसी से होकर अन्य राहगीरों को गुजरना पड़ रहा है सुबह से 11:00 बजे तक स्कूली विद्यार्थियों को बड़ी तकलीफ हो रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि रेत गाड़ियां सिंगल मार्ग से ना निकले बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर अन्यत्र जाए इससे सड़क जगह-जगह टूट गए हैं और आने जाने में बड़ी परेशानी हो रही है। दूसरी ओर लोगों ने सड़क को चौड़ीकरण करने की मांग जिला प्रशासन से की है।