सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने स्कूलों में चलाया जा रहा है यातायात जागरूकता कार्यक्रम
”वैभव चौधरी की रिपोर्ट”
धमतरी।पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पॉल के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक यातायात मणीशंकर चन्द्रा के नेतृत्व में रक्षित निरीक्षक / यातायात प्रभारी के.देव राजू के द्वारा स्कूलों में यातायात जागरूकता अभियान के तहत सर्वोदय उच्च० माध्य० विद्यालय हिन्दी में यातायात जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया , जिसमें उप पुलिस अधीक्षक यातायात मणीशंकर चन्द्रा के द्वारा कक्षा 9 वीं से 12 तक के छात्र छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने बताया कि , 16 वर्ष से कम उम्र के स्कूली नाबालिक बच्चों को वाहन चलाने की अनुमति नहीं है , अगर 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चे वाहन चलाते पाए जाते हैं , तो मोटरयान अधिनियम के तहत नाबालिक चालक के पालक / अभिभावक के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने का प्रावधान है , जिसमें पालक / अभिभावक को 25000 रूपये तक का अर्थदण्ड या 03 माह का कारावास या दोनो हो सकता है , साथ ही 16 साल के कम उम्र के बच्चों को प्राईवेट दोपहिया– चारपहिया वाहनों में स्कूल नही आने इसके बदले आटो बस से या पैदल स्कूल आने बताया गया।
16 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को ड्रायविंग लायसेंस बनाये जाने के उपरांत ही वाहन चलाने समझाईश दी गई।
सायकल या पैदल स्कूल आने वाले बच्चों को मार्गों में झुंड में नहीं चलने , एक – एक करके आगे पीछे चलने , चौक पर पहुंचने पर स्टाप लाईन में रूकने एवं सिग्नल चालू होने पर ही आगे बढ़ने बताये , साथ ही चौक पर कैसे रूकना और चलना है , इसके बारे में बताया कि चौक में हमेशा बाये तरफ की सिग्नल खुली रहती है , बांये चलने वाले चौक – चौराहों पर नहीं रूकते सिग्नल के संबंध में बच्चों को बताये की लाल बत्ती जलने पर स्टाप लाईन के पीछे रूके , हरी बत्ती जलने पर यदि रास्ता साफ हो तो आप जा सकते है , पीली बत्ती जलने पर यदि आप स्टाप लाईन के पीछे है , तो स्टाप लाईन में रूके , स्टाप लाईन पार कर चुके हैं , तो तत्काल आगे बढ़े बताये , साथ ही वाहनों के गति के संबंध में बताये की शहर के अंदर वाहनों की गति 20 किमी प्रति घंटा ही होती है शहर के बाहर 60 से 70 किमी प्रति घण्टा के रफ्तार से चला जाता है , बताकर विस्तृत जानकारी दिया गया यातायात प्रभारी / रक्षित निरीक्षक के देव राजू के द्वारा स्कूली बच्चों को बिना लायसेस के वाहन नही चलाने सायकल या मोसा से स्कूल आने के दौरान ओव्हरस्पीड से नहीं चलने , बड़ी वाहनों को ओव्हरटेक नहीं करने , दोपहिया वाहन में चलने के दौरान तीन सवारी नहीं चलने व हेलमेट का प्रयोग करने , बस या स्कूल से आने के दौरान सावधानीपूर्वक वाहन से चढ़ने उतरने , वाहन के बाहर हाथ – सिर बाहर नहीं निकालने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई , साथ ही स्कूल के बस चालकों को स्कूली बच्चों को सावधानीपूर्वक लाने ले जाने , वाहनों का रखरखाव सही रखने समझाईश दिया गया।उक्त कार्यशाला में 500 स्कूली छात्र छात्राएं एवं शिक्षकगण प्राचार्य तिहारू राम सिन्हा , शिक्षक एनआर यादव , अजय साहू , संजय मीनपाल , जयश्री गजेन्द्र , जितेन्द्र साहू , डिगेश्वर गजेन्द्र ,बसंत साहू व स्कूल के बस चालक एवं यातायात शाखा से सउनि.रामकृष्ण साहू प्रआर . जयंत चन्द्राकर , जितेन्द्र कृदत्त , आर०गणपत डिंडोलकर , चम्पू सोनी उपस्थित रहे।