दो महिला नक्सलियों ने डीजीपी के सामने किया आत्मसमर्पण,4 और 2 लाख का था इनाम
गरियाबंद | दो महिला नक्सलियों ने 3अक्टूबर को कोरापुट में ओडिशा के डीजीपी अभय के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की पहचान गुमा क्षेत्र समिति के देबे पदियामी उर्फ गंगी और आंध्र-ओडिशा सीमा (एओबी) सैन्य पलटन की सदस्य गीता पदियामी उर्फ रजिता के रूप में हुई है। डीजीपी अभय ने बताया कि देबे चार लाख रुपये का इनाम था, जबकि गीता पर एक लाख रुपये का इनाम था। 32 वर्षीय देबे को 2005 में माओवादी संगठन की कालीमेला क्षेत्रीय समिति में शामिल किया गया था और दिसंबर 2009 में गुम्मा क्षेत्र समिति में स्थानांतरित कर दिया गया था। ओडिशा पुलिस ने एक बयान में कहा कि उसे इंसास राइफल दी गई थी। पुलिस ने कहा, इसी तरह, 22 वर्षीय गीता 2018 में माओवादियों की दंडकारण्य विशेष जोनल कमेटी में शामिल हो गई और 2019 में एओबी सैन्य पलटन में स्थानांतरित हो गई। उसे 2019 में औपचारिक प्रशिक्षण दिया गया और 303 राइफल दी गई। दोनों उग्रवादी कई घटनाओं और सुरक्षा बलों पर हमले में शामिल थे।