पंचकोशी यात्रा पर शोध के लिए पहुंचे लेखक पीसी लाल यादव हुए अभिभूत
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । पंचकोशी यात्रा पर शोध ग्रंथ तैयार करने के लिए यहां के मंदिरों का अवलोकन करने गंडई पंडरिया से लेखक पीसी लाल यादव रविवार की सुबह धर्म नगरी राजिम पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले त्रिवेणी संगम के बीच में स्थित पंचमुखी कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर को देखते ही अभिभूत हो गए और कहा कि बनाने वालों ने इस मंदिर को इतने मजबूती प्रदान की है कि विकराल बाढ़ आने के बावजूद मंदिर टस से मस नहीं होता। वह शिवलिंग के दर्शन किए और पटेवा स्थित पटेश्वरनाथ महादेव पहुंचे। वहां 18 एकड़ भूमि पर निर्मित तलाब के तट पर स्थित पंचकोशी यात्रा के प्रथम पड़ाव पहुंच कर जानकारियां ली पश्चात चंपारण स्थित चंपकेश्वर नाथ महादेव पहुंचे। यादव ने बताया कि वह सभी पंचकोशी शिव पीठ पर जाकर जानकारी प्राप्त करेंगे और उसके आधार पर शोध ग्रंथ तैयार किया जाएगा। उनके आने पर शहर के साहित्यकार राजेंद्र मनु ने स्वागत किया।प्रयाग साहित्य समिति के तुकाराम कंसारी, साहित्यकार एवं लेखक संतोष कुमार सोनकर मंडल, शायर जितेंद्र सुकुमार साहिर से मिलकर जानकारी एकत्रित की तथा मौके पर उन्होने अपने द्वारा लिखित पुस्तक कहानी संग्रह नियांव राजीवलोचन मंदिर प्रांगण में प्रदान किया। सोमवार को सुबह से ही फिंगेश्वर स्थित फणीकेश्वर नाथ महादेव, कोपरा स्थित कर कर्पूरेश्वर नाथ महादेव पहुंचेंगे। इस अवसर पर लेखक डॉ. पीसी लाल यादव ने बताया कि पंचकोशी यात्रा भारत भूमि के लिए प्रतिष्ठापूर्ण यात्रा है। महत्त्व को देश विदेश जाने इसी उद्देश्य को लेकर शोध ग्रंथ तैयार कर रहे हैं। उनके द्वारा लिखित एक पुस्तक छत्तीसगढ़ के लाइब्रेरी में भी पहुंच चुके हैं वह कहानी कविता आलेख के साथ ही लोक कला मंच का भी संचालन करते हैं।