चित्रकला में युवराज तथा नैना निषाद रहे प्रथम,सांस्कृतिक समिति नया सवेरा ने दिया प्रतिभावान को मंच

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”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम।
हमारी सांस्कृतिक समिति “नया सवेरा” तथा साहित्यिक समिति “काव्यांश” के द्वारा राजिम गरियाबंद में क्रांतिकारियों की याद में विभिन्न विषयों जिनमें महिलाओं व बच्चियों पर बढ़ते अपराध के समाधान एवं शिक्षा समस्याओं के समाधान पर गीत, सामाजिक सांस्कृतिक समस्याओं पर प्रगतिशील कविता व आपके पसंदीदा क्रांतिकारी का चित्र आदि विषयों पर गीत , कविता , चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि काव्यांश तथा नया सवेरा के राज्य सलाहकार महेंद्र कुमार साहू , काव्यांश राज्य संयोजक प्रवीण शर्मा एवं नया सवेरा राज्य कमेटी सदस्य लक्ष्मीनारायण ध्रुव उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में कवि मकसूदन दास साहू ,शिक्षक उधोरम तारक , सहा प्राध्यापक योगेश तारक , शिक्षिका विजेता देवानी और नवीन गिलहरे उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में 75 छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
ज्ञात हो कि समाज मे नीति नैतिकता मानवीय मूल्यबोध का संकट गहराता जा रहा है समाज का हर चिंतनशील व्यक्ति इस संकट का रास्ता ढूंढ रहा है। छात्र युवा भी इस नीति नैतिकता मूल्यबोध के संकट से मुक्त नही है जिसकी झलक हमें समाज मे आये दिन देखने को मिलता है। माँ बाप को घर से निकाला जा रहा है छोटी छोटी बात पर बड़े बड़े अपराध हो जा रहे है। छोटे छोटे बच्चे नशे के शिकार हो रहे है
छात्रों युवाओं में लगातार अश्लीलता व खाओ पियो मौज करो कि संस्कृति पनप रही है जिसका कारण हमें साफ साफ नजर आता है लगातार अश्लीलता परोसी जा रही है। हर गांव व शहर में बड़ों के साथ साथ छोटे छोटे बच्चे भी शराब के आदि होते जा रहे हैं। पाठ्यक्रम से महापुरुषों की जीवनियां जिसे पढ़कर छात्र नीति- नैतिकता अर्जित करते थे ऐसे महापुरुषों के जीवन संघर्ष अब पाठ्यक्रम में दिखाई नहीं देते हैं। जिससे नीति नैतिकता का संकट और बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में हमारी सांस्कृतिक समिति “नया सवेरा” व काव्यांश एक साहित्यिक पहल जिला गरियाबंद द्वारा समाज में उच्च सांस्कृतिक माहौल एवं उच्च नीति नैतिकता मूल्य बोध लाने के उद्देश्य से जिला स्तरीय गायन, कविता एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
काव्यांश और नया सवेरा के राज्य सलाहकार महेंद्र कुमार साहू ने अपनी बात में कहा कि मुंशी प्रेमचंद जी ने कहा था “साहित्यकार का लक्ष्य केवल महफ़िल सजाना और मनोरंजन का सामान जुटाना नहीं है। उसका दरजा इतना ना गिराइये। वह देश भक्ति और राजनीति के पीछे चलने वाली सच्चाई भी नहीं, बल्कि उसके साथ आगे मशाल दिखाती हुई चलने वाली सच्चाई है”। इस प्रकार आज के सभी साहित्यकारों, कवियों , गायकों, लेखकों, चित्रकारों कि जिम्मेदारी बनती है कि समाज में व्याप्त समस्या हेतु समाधान बतायें।
जूनियर में चित्रकला में प्रथम स्थान युवराज निषाद व द्वितीय स्थान रूपेश देवांगन तथा सीनियर में प्रथम स्थान नैना निषाद व द्वितीय स्थान देविका सोनकर ने प्राप्त किया । गीत में (जूनियर) प्रथम स्थान गुंजेश्वरी सोनकर व द्वितीय स्थान त्रिवेणी सोनकर तथा सीनियर में प्रथम स्थान दीप्ती धीवर व द्वितीय स्थान भूपेश देवांगन ने प्राप्त किया। इसी प्रकार कविता में प्रथम स्थान हेमंत साहू व द्वितीय स्थान हर्षिता यदू ने प्राप्त किया। सभी विजिताओं को अतिथिगण व निर्णायकगण द्वारा शील्ड और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया तथा सभी प्रतिभागियों को समिति द्वारा सर्टिफिकेट दिया जायेगा । इस कार्यक्रम में जिला संयोजक जीवन साहू व जिला सदस्य निधि यदु, अहिल्या सोनकर, ख्याति सोनी, दीक्षा तारक, नेहा दुबे, लोकेश्वर साहू , लालिमा साहू , खिलेश्वरी साहू व महिमा ध्रुव उपस्थित रहे ।

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