कृषि उपज मंडी सचिव अजय शर्मा, पर्यावरण के मामले में गंभीर
तिल्दा-नेवरा। क्षेत्र के कृषि उपज मंडी के सचिव पर्यावरण के मामले पर गंभीर नजर आ रहे हैं ।अपने कार्यकाल में मंडी सचिव अजय शर्मा कृषि उपज मंडी परिसर को हरा भरा करने में इन दिनों पूरा तल्लीनता बरत रहे हैं। यही नहीं मंडी परिसर की स्वच्छता के मामले में भी अग्रसर है ।कृषि उपज मंडी तिल्दा-नेवरा के सचिव अजय शर्मा को बीते एक बरष ही हुए हैं कृषि उपज मंडी तिल्दा-नेवरा की चार्ज लिये ,इस बीते बरस में मंडी सचिव अजय शर्मा ने मंडी परिसर का कायाकल्प ही कर दिया है । हरा भरा विभीन्न गुणों से रहित विभीन्न प्रजाति के पौधा, मंडी सचिव के पर्यावरण के प्रति जागरूकता एवं कृषि उपज मंडी के कर्मचारियों का योगदान है, जिनके चलते पूरा मंडी परिसर वातानुकूलित बन गया है । बताया जाता है कि इसके पूर्व कृषि मंडी गेट के सामने गंदगी पसरा हुआ रहता था। असामाजिक तत्वों द्वारा परोसा गया शराब की फुटी बोतलें ,मांस व अंडे के छिलकों से गेट का हिस्सा पटा हुआ रहता था आज उसी मंडी गेट की हिस्सा का सूरत मंडी सचिव के अथक प्रयास से बदल चुका है ।मंडी गेट के सामने विभीन्न प्रजाति के औषधीय गुणों से भरपूर पौधा, मंडी सचिव के लगन व कर्मचारियों के मेहनत के चलते यौववनता की ओर बढ़ रहा है । मंडी सचिव अजय शर्मा के ब्यवहारिक गुणो के संबंध में भी कहा जाता है कि मंडी सचिव शर्मा धार्मिक प्रवित्ती के साथ साथ ब्यक्तित्व के धनी हैं ।मंडी सचिव के रूप में शर्मा के तिल्दा-नेवरा में चार्ज ग्रहण करने के पश्चात पर्यावरण के मामले में कृषि उपज मंडी परिसर को दिशा भी मिली, साथ ही कृषि उपज मंडी के कर्मचारियों के चेहरों में भी प्रसन्नता देखी जा रही है ।कृषि उपज मंडी के कर्मचारियों के अनुसार मंडी सचिव अजय शर्मा भावनाओ से ओत-प्रोत है , कर्मचारियों के सुख दुख में हिस्सादारी निभाना उनका हमेशा से ध्येय रहा है । जानकारी के अनुसार मंडी सचिव अजय शर्मा का मानवता के प्रति जो भावनाये है वहीं भावना पर्यावरण को लेकर भी है ।कहां जाता है कि आज मंडी सचिव अजय शर्मा के योगदान का ही नतीजा है कि तिल्दा-नेवरा कृषि उपज मंडी स्वच्छता के साथ साथ बागबान हो चुका हैं ।
“शैलेश राजपूत की रिपोर्ट”