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बैडमिंटन प्रशिक्षण के नाम पर बच्चों से फीस की उगाही

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उदय मिश्रा की रिपोर्ट

राजनांदगांव।खेलों के माध्यम से बच्चों का शारीरिक मानसिक और खेल प्रतिभाओं का जन्म हो सके इसके उद्देश्य से राजनांदगांव में दो दो स्टेडियम बनाए गए हैं। एक अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम और एक महंत राजा दिग्विजय स्टेडियम । विभिन्न खेलों के माध्यम से राजनांदगांव के सबसे पुराने स्टेडियम दिग्विजय में प्रशिक्षण दिया जाता है बैडमिंटन टेबल टेनिस और साईं के माध्यम से भी बास्केटबॉल अन्य खेलों में क्रिकेट फुटबॉल आदि खेलो मे शहर व गांव के बच्चे शारीरिक मानसिक और खेलों की प्रतिभा के तहत जिले का नाम राष्ट्रीय ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा करने के मकसद से खेलों के प्रशिक्षण आयोजन निरंतर किए जाते हैं पर दिग्विजय स्टेडियम में चलाए जा रहे हैं बैडमिंटन प्रशिक्षण में खेलने के लिए आने वाले बच्चों से ₹1000 की राशि ली जा रही है जो कि अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस प्रशिक्षक को राजनांदगांव स्टेडियम समिति द्वारा बाकायदा 15 हजार की राशि दी जा रही है बावजूद उसके बैडमिंटन खेल प्रशिक्षक बच्चों से पैसे की मांग कर महीने के ग्राहक तैयार कर धन उपार्जन में लगा हुआ है ऐसे प्रशिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए ताकि समर्पित प्रशिक्षक बैडमिंटन खिलाड़ियों को और बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान कर सके। निश्चित रूप से खेल में भी इस तरह के भ्रष्टाचार सामने आने लगेंगे तो आखिर प्रतिभाओं का जन्म कहां से होगा और वो प्रतिभाएं जो आर्थिक संकट से गुजरती रहती हो उनके लिए फीस के रूप में राशि दिया जाना कहां तक संभव हो पाएगा !
 रणविजय सिंह,प्रबंधक, दिग्विजय स्टेडियम—
इस संबंध में दिग्विजय स्टेडियम के
प्रबंधक रणविजय सिंह ने बताया की दिग्विजय स्टेडियम समिति के बैडमिंटन कोर्ट में पैसे या फीस लेने का कोई प्रावधान नहीं है हमारे स्टेडियम समिति द्वारा प्रशिक्षक को ₹15000 की राशि प्रतिमाह दी जा रही हैं बावजूद इसके इस तरह की शिकायत गंभीर है निश्चित रूप से इस तरह की शिकायत पर प्रशिक्षक को बुलाया जाएगा और इस मामले की पुनरावृत्ति होने पर प्रशिक्षक को निलंबित करने के लिए राजनांदगांव जिला कलेक्टर को भी अवगत कराया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की चीजें दोबारा ना हो सके।

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