स्वास्थ्य अमले को मुस्तैद होकर काम करने बैठक में कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने दिया निर्देश

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 “वैभव चौधरी की रिपोर्ट”

धमतरी। ज़िले में अगस्त माह के अंत तक सभी पात्र लोगों को कोविड का वैक्सिनेशन लगाने स्वास्थ्य विभाग ने कार्ययोजना बनाई है। इस कार्ययोजना को इस तरह से अमलीजामा पहनाया जाए, कि कोई भी पात्र व्यक्ति टीकाकरण से छूटने ना पाए। कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आज ज़िला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेते हुए उक्त निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सुबह 10.30 बजे से रखी गई बैठक में कलेक्टर ने ब्लॉकवार कोविड टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने इस टीकाकरण को सफल बनाने के लिए राजस्व, पंचायत, शिक्षा विभाग को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करने पर जोर दिया है। ज्ञात हो कि पांच अगस्त की तिथि में फ्रंट लाइन वर्कर को शत-प्रतिशत बूस्टर डोज लग चुका है, लेकिन 18 से 44 साल तक की आयु के 13 प्रतिशत लोगों को ही टीका लगा है। इसके लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार, शहर के निजी अस्पतालों के ओपीडी, महाविद्यालयों, स्कूलों में भी छूटे हुए लक्षित लोगों का टीकाकरण पर कलेक्टर ने विशेष बल दिया है।                   बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ डी.के.तुर्रे ने बताया कि अभी पहला डोज 103 प्रतिशत, याने छः लाख 87 हजार 188, दूसरा डोज 85 प्रतिशत, मतलब छः लाख 15 हजार 282 और बूस्टर डोज अब तक एक लाख एक हजार 553 लोगों को लगाया गया है जो कि महज 19 प्रतिशत है। इसे बढ़ाने कार्ययोजना के अनुरूप काम करने पर कलेक्टर ने बल दिया। डॉ.तुर्रे ने यह भी बताया कि वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता है। जिले में अभी कोविड एक्टिव प्रकरण 206 हैं और अब तक कोविड से 593 लोगों की मौत हुई है। कलेक्टर ने सभी पॉजिटिव प्रकरण में सही तरीके से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने और इलाज करने कहा।                   

डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत जिले के कुल 10 चिरायु दल द्वारा स्कूल, आंगनबाड़ियों में किए गए निरीक्षण और स्वास्थ्य परीक्षण की जानकारी लेते हुए कलेक्टर श्री एल्मा ने सही तरीके से बच्चों की स्क्रीनिंग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोविड टीकाकरण से छूटे हुए पात्र बच्चों को टीका लगवाना भी दल सुनिश्चित करें। ब्लॉकवार समीक्षा के दौरान बताया गया कि वर्ष चिरायु दल द्वारा 2022-23 में 361 स्कूलों का निरीक्षण कर 20 हजार 153 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसी तरह 767 आंगनबाड़ियों के कुल 40 हजार 273 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण दल द्वारा किया गया है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के तहत जुलाई माह में कुल 29 दिन के हाट-बाजार के विरुद्ध 27 दिन हाट-बाजार में क्लिनिक लगा। बताया गया इस दौरान लगे 93 प्रतिशत क्लिनिक के जरिए पांच हजार 377 मरीजों की जांच कर पांच हजार 404 को दवा दी गई। इलाज किए मरीज का प्रति हाट बाजार औसत 50 प्रतिशत रहा।                 

बैठक में कलेक्टर ने नियमित टीकाकरण की समीक्षा करते हुए सभी बच्चों और माताओं का समय पर टीकाकरण पर बल दिया। मातृ और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा भी कलेक्टर ने की। साथ ही पहले तिमाही में प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच पंजीयन और चारों प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच सही तरीके से करने कहा, ताकि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित रहें। बताया गया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में अप्रैल से जून माह तक दर्ज 185 बच्चों में से 134 का 15 प्रतिशत वजन बढ़ा। गौरतलब है कि इन केंद्रों में 40 बिस्तर हैं। यहां 83 प्रतिशत बेड ऑक्यूपेंसी रही। कलेक्टर ने बल दिया कि महिला और बाल विकास के पास पहले से कुपोषित बच्चों का चार्ट है। इसके आधार पर बच्चों को पुनर्वास केंद्रों में भर्ती करना सुनिश्चित करें, ताकि शत-प्रतिशत बेड भरे रहें और बच्चे सुपोषित होकर घर लौटें। कलेक्टर ने बच्चों के स्वास्थ्य दर 69 प्रतिशत होने पर चिंता जताते हुए सुनिश्चित करने कहा कि बच्चे केंद्रों में लगातार 15 दिन रहें और उनके पोषण का सही तरीके से देखभाल किया जाए। बैठक में राजस्व, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, आदिवासी विकास विभाग सहित स्वास्थ्य अमला मौजूद रहा।

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