कोटवार पुत्र ने किया शासकीय महुआ वृक्ष की कटाई
संतोष सोनकर की रिपोर्ट
राजिम। पिछले दिनों ग्राम पुरैना के ग्रामीणों द्वारा एस डी एम राजिम को किए शिकायत में बताया था कि ग्राम पुरैना की कोटवार अनुसुईया बाई पति मंगलू देवदास को ग्राम पुरैना प ह नं 17 राजस्व निरीक्षक मंडल राजिम तहसील राजिम जिला गरियाबंद को शासन द्वारा सेवा भूमि के रूप में खसरा नंबर क्रमशः 381, 384, 435, 76/1 रकबा क्रमशः 1.62हेक्टेयर, 1.31हेक्टेयर, 0.18 हेक्टेयर, 0.63 हेक्टेयर कुल रकबा 3.74 हेक्टेयर अर्थात नौ एकड़ 35 डिसमिल जमीन प्रदान की गई है। खसरा नंबर 76/1 रकबा 0.63 हेक्टेयर में से 0.55 हेक्टेयर में पटवारी द्वारा किये गए गिरदावरी में धान बोना बताया गया है और खरीफ वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य में 20 क्विंटल धान अनुसुईया बाई द्वारा बेची गई है। जबकि इस पूरे रकबा में धान ही नहीं बोया गया था। इस प्रकार कोटवार अनुसुईया बाई और पटवारी की मिलीभगत से गलत गिरदावरी प्रतिवेदन तैयार किया गया और शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है जिसके विरुद्ध कार्यवाही किया जाना अति आवश्यक है। इस शिकायत आवेदन पर बुधवार 11 मई 2022 को नायब तहसीलदार फिंगेश्वर के नेतृत्व में दो आर आई एवं पटवारी के साथ अनावेदक और आवेदकों की उपस्थिति में स्थल निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ही शासकीय भूमि खसरा नम्बर 839 में स्थित महुआ वृक्ष को कटा हुआ पाया गया था। जिसकी 14 मई को पंचनामा तैयार कर संतराम पिता मंगलू देवदास द्वारा शासकीय भूमि में स्थित महुआ वृक्ष की कटाई का जांच किया गया है गौरतलब है कि संतराम देवदास ग्राम पुरैना के कोटवार अनसुइया बाई देवदास के पुत्र हैं। माँ है कोटवार तो डर काहे की एक पुरानी कहावत को चरितार्थ करती है।
सेवा भूमि के अतिरिक्त शासकीय भूमि पर है ग्राम कोटवार की अवैध कब्जा
स्थल जांच के दौरान जानकारी मिली है कि ग्राम कोटवार अनसुइया बाई द्वारा शासकीय भूमि खसरा नम्बर 375, 211 और 839 में अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है जबकि उन्हें शासन द्वारा सेवा भूमि के रूप में अलग से जमीन प्रदान की गई है।
आवेदक ग्रामीणों रेखुराम साहू, संभु राम सेन, महेंद्र कुमार साहू, आनंद राम, लोमश साहू, शेखुराम साहू, नीलम साहू ने यह भी बताया कि प्राप्त सेवा भूमि करीब नौ एकड़ में से केवल साढ़े चार एकड़ जमीन में ही धान बोती है लेकिन 126 क्विंटल धान समर्थन मूल्य में बेची है जिसकी जांच की गई है। अब अधिकारियों की जांच प्रतिवेदन और उनके द्वारा किये जाने वाली कार्यवाही का इंतजार है।