सरगुजा जिले में ऊंची पहाड़ी पर बसे दुर्गम गांव आमापानी पैदल पहुँचे मंत्री अमरजीत भगत, कलेक्टर कुन्दन कुमार सहित पूरा प्रशासन
अम्बिकापुर। कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत शनिवार को आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिले में ऊंची पहाड़ी पर स्थित दुर्गम गांव आमापानी पहुँचे। यह गांव ग्राम पंचायत बांसाझाल के अंतर्गत है। इस दौरान कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार सहित पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। पहली बार इतने बड़े प्रशासनिक आमले को अपने बीच पाकर गांव वाले खुश व उत्साहित हुए। इस सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में पैदल पहुंचकर मंत्री ने जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी मांगों और आवश्यकताओं पर कलेक्टर श्री कुन्दन से चर्चा की और उचित निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। इसी दौरान उनकी भेंट बांसाझाल निवासी पहाड़ी कोरवा समुदाय की झूनिका कोरवा से हुई। झूनिका कोरवा से बातचीत के दौरान पता चला कि वह अपने गांव की सर्वाधिक शिक्षित महिला है। इस पर मंत्री श्री भगत ने उन्हें आंगनबाड़ी सहायिका के रूप में नियुक्त करने के संबंध में कलेक्टर से चर्चा कर आवश्यक कार्यवाही करने कहा।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप विशेष पिछड़ी जनजाति के उत्थान के लिए शिक्षित युवाओं को रोज़गार देने कृत संकल्पित है। विकास की धारा समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे, इसके लिए हर संभव कदम लिया जाएगा। यहाँ चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने अपनी ज़रूरतों से अवगत कराया। भौगोलिक रूप से दुर्गम होने को कारण यहाँ ग्रामीणों ने पेयजल की समुचित सुविधा की मांग और पहाड़ी रास्ता होने के कारण गंभीर मरीज़ों को बतौली ले जाने में परेशानी बताई जिसपर मंत्री श्री भगत ने ग्रेवल पैक मशीन के माध्यम से पानी की उपलब्धता और तत्काल बाइक एंबुलेंस प्रदान करने की घोषणा कर कलेक्टर को क्रियान्वयन के निर्देश दिए।इसी तरह गांव में विद्युत की मांग, पीडीएस के तहत राशन वितरण पर ज़रूरी दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान जिनके राशनकार्ड किसी कारणवश नहीं बन पाए, उनके राशन कार्ड बनाने की दिशा में तत्काल कार्यवाही की गयी। लगभग आधा दर्जन कार्ड तत्काल प्रभाव से बनवा कर दिए गए। इनमें वृद्ध और निशक्तजनों को दिए जाने वाले राशन की मात्रा बढ़ाई। जिन्हें 20 किलो चावल मिल रहा है था आयु के आधार पर उनका राशन कार्ड अपग्रेड किया गया। अब उन्हें 35 किलो तक चावल प्रदाय किया जाएगा। इसके साथ ही ग्रामीणों की मांग पर जशपुर सीमा से लगे गांव आमापानी होते हुए बांसझाल तक 5 किमी सड़क निर्माण के संबंध में भी तत्काल कार्यवाही करने निर्देश दिए गए।उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि यह गांव भौगोलिक रूप से बहुत दुर्गम है। ग्रामवासियों को इस कठिनाई से मुक्ति दिलाने के लिए शासन प्रतिबद्ध हैं। बांसाझाल से कैलाश गुफा पहुंच मार्ग का सर्वे कर मनरेगा के तहत सड़क निर्माण किया जाएगा। साथ ही पात्र हितग्राहियों को वन भूमि पट्टा भी उपलब्ध कराया जाएगा। यहाँ पीडीएस भवन का निर्माण कराया जाएगा ताकि लोगों को राशन के लिए परेशानी न हो। गौरतलब है कि पहली बार इस गांव में कैबिनेट मंत्री और कलेक्टर की उपस्थिति में इतना बड़ा शिविर लगाया गया।*खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत ने ग्राम बिलासपुर और खड़धोवा हेतु 500-500 मीट्रिक टन की क्षमता वाले गोदाम निर्माण का किया भूमिपूजन*खाद्य मंत्री श्री भगत ने विकासखण्ड बतौली में मंडी गोदाम का भी भूमिपूजन किया। इस दौरान कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार सहित खंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। ग्राम बिलासपुर और खड़धोवा में 500-500 मीट्रिक टन की क्षमता वाले गोदाम निर्माण का भूमिपूजन किया गया। प्रत्येक गोदाम की लागत 26.91 लाख रुपये होगी। इस अवसर श्री भगत ने आम जन को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से गोदाम बनाये जा रहे हैं। अब राज्य सरकार किसानों को और संपन्न बनाने के उदेश्य से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने जा रही है।