ऑनलाइन ठगी के आरोपियों को झारखंड से राजिम पुलिस ने किया गिरफ्तार

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राजिम । राजिम पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए चार शातिर ठगों को झारखंड के देवघर जिला से गिरफ्तार किया है।जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने बताया कि 1 मई को शहर के ठाकुरपारा निवासी शिक्षिका के मोबाइल नंबर पर किसी ने कॉल किया और अपने आप को भारतीय स्टेट बैंक का अधिकारी होना बताकर एटीएम बनवाने के लिए ओटीपी नंबर मांगकर खाते से 72600 रुपए धोखा देकर आहरण कर लिया था जिसकी रिपोर्ट पर थाना राजिम में अपराध क्रमांक 100/2021 धारा 420 भादवि एवं धारा 66 (घ) आईटी एक्ट का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था। पुलिस महा निरीक्षक डॉ आनंद छाबड़ा के आदेशानुसार राज्य में साइबर क्राइम व धोखाधड़ी अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने संबंधी दिशा निर्देश पर पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी संजय ध्रुव गरियाबंद के मार्गदर्शन में साइबर सेल से जानकारी प्राप्त कर आरोपी द्वारा मोबिक्विक हाउसिंग डॉट कॉम वॉलेट के माध्यम से रुपए को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करना पाया गया। आरोपी समरुद्दीन अंसारी पिता रासोंमियां ग्राम मोरनी थाना मोहनपुर जिला देवधर राज्य झारखंड के द्वारा मोबिक्विक वॉलेट आईडी अपने मोबाइल में बना कर आरोपी बदरुद्दीन अंसारी पिता ताजुद्दीन के इलाहाबाद बैंक खाते में 20200रुपए तथा समीना अंसारी पति शखावत अंसारी के स्टेट बैंक के खाते में 20200रुपए तथा चौथा आरोपी दिलकश अंसारी पिता समरुद्दीन अंसारी स्टेट बैंक के खाते में 20200रुपए ट्रांसफर किया गया। आरोपी खाताधारक दिलकश अंसारी जो दिल्ली में रहकर काम करता है उसका बड़ा भाई दिलशाद अंसारी पिता समरूद्दीन अंसारी ग्राम मोरनी थाना मोहनपुर जिला देवधर द्वारा अपने छोटे भाई दिलकश अंसारी के खाते में रकम का आहरण किया गया एवं अपराध में सक्रिय रहा जिसके आधार पर चारों आरोपी के पते ठिकाने के पर पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित टीम से आरोपी गण को उनके घर से रेड कर प्रकरण में गिरफ्तार किया गया। जिसे 7 अक्टूबर को सभी चारों आरोपी को राजिम थाने लाकर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। इस प्रकरण में थाना प्रभारी संतोष भूआर्य,सउनि देव कुमार वर्मा, प्रधान आरक्षक रंजीत साहू, आरक्षक भूपेंद्र प्रताप सिंह, करम जांगड़े, महिला आरक्षक सलीका खूंटे, महिला सैनिक मंजू साहू को हमराह लेकर आरोपी गणों को झारखंड प्रांत से गिरफ्तार करने में एवं साइबर सेल आरक्षक सतीश यादव, तरुण यादव, भूपेंद्र दीवान, खिलेश सोनी का सराहनीय भूमिका रही। कहना होगा कि ऑनलाइन ठगी का प्रकरण अंचल में दिनों दिन बढ़ता जा रहा है इसमें अधिकतर पढ़े लिखे लोग ही इस ठगी के शिकार होते जा रहे हैं जो चिंता की विषय है। इसके लिए पुलिस विभाग को गांव शहर के मोहल्ले आदि में शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है वरना लोग अपनी गाढ़ी कमाई इन शातिर ठगों को देने से नहीं चूंकेंगे।

“संतोष सोनकर ​की रिपोर्ट”

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