ओढ़ के ग्रामीणों ने एक महीने से की स्कूल में तालाबन्दी,अपने मांग पर डटे ग्रामीण
गरियाबंद। जिले के दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे जिले के अति संवेदनशील गांव ओढ़ के ग्रामीणों ने विगत एक महीने से स्कूल में तालाबन्दी कर दी है। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक मीडिल स्कूल के लिए शिक्षक नहीं भेजा जाएगा तब तक स्कूल में ताला बन्दी रहेगी। सबसे सुदूर वनांचल गांव ओढ़ नक्सल प्रभावित गांव है, जहां सड़क, बिजली, पानी की भी व्यवस्था नहीं है। जब चुनाव का समय आता है तो इस गांव में चुनाव संपादित करने के लिए प्रशासन हवाई मार्ग से मतदान दल भेजकर चुनाव सम्पन्न कराती है। ऐसे में मिडिल स्कूल के छात्र छात्राओं की पढ़ाई कितनी प्रभावित हो रही है यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
कोरोना काल में विगत 2 वर्षों से पढ़ाई ठप
जब स्कूल खुले तो शिक्षक की समस्या से जूझ रहे ओढ़ के ग्रामीणों ने मिडिल स्कूल में ही तालाबंदी कर दिया है विगत एक महीने से स्कूल में ताला बंदी होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है लेकिन ग्रामीण भी अपने जिद मे अडे हुए हैं ,ऐसा नहीं कि शिक्षा विभाग ने इस गांव में शिक्षक नहीं भेजा 2 शिक्षक तो भेज दिए लेकिन ओढ़ आश्रम व अमलोर प्राथमिक शाला के लिए भेजा है। लेकिन मिडिल स्कूल के लिए एक भी शिक्षक नहीं भेजने से ग्रामीणों में आक्रोश है वहीं जिले के कलेक्टर नीलेश कुमार खीर सागर ने बताया कि जिले में शिक्षको कि कमी बनी हुई है फिर भी वे प्रयासरत हैं बहुत जल्द शिक्षक की व्यवस्था कर दी जाएगी ताकि बच्चों का भविष्य खराब न हो।