महिला एवं बाल विकास मंत्री के हाथों पुरस्कृत हुई आंगनबाड़ी केन्द्र मोंगरा की पोषण वाटिका
धमतरी। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की कवायदें जारी हैं। स्कूलों में किचन गार्डन की तर्ज पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी पोषण वाटिका विकसित की जा रही है जहां पर प्रोटीन-विटामिनयुक्त तथा रसायनमुक्त सब्जियां उगाई जा रही हैं। ऐसे ही कुरूद विकासखण्ड के ग्राम मोंगरा के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-दो का चयन सर्वश्रेष्ठ पोषण वाटिका के तौर पर हुआ, जिसे प्रदेश की महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री तथा जिले की प्रभारी मंत्री अनिला भेंड़िया द्वारा रायपुर में पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस संबंध में परियोजना अधिकारी कुरूद ने बताया कि मुख्यमंत्री पोषण अभियान के तहत कुरूद विकासखण्ड के 242 आंगनबाड़ी केन्द्रों को पोषण वाटिका के तौर पर राष्ट्रीय बीज विकास निगम नई दिल्ली के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम मोंगरा के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 में लगभग 500 वर्गफीट खाली जमीन पर पोषण वाटिका तैयार करते हुए मौसमी सब्जी के रूप में करेला, बरबट्टी, सेमी, भिण्डी, बैंगन, कद्दू, टमाटर, लौकी सहित अदरक, पुदीना, हल्दी, धनिया के अलावा क्यारियां तैयार कर विभिन्न प्रकार की भाजी जैसे लाल, पालक, अमारी, चेच आदि लगाई गई। इसके अलावा अमरूद, पपीता, मुनगा जैसे फलदार पौधे भी यहां पर लगाए गए हैं। गौर करने लायक बात यह है कि इन्हें तैयार करने में के लिए सिर्फ गोबर खाद और वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा साहू ने बताया कि स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखते हुए यहां उत्पादित सब्जियों को आंगनबाड़ी केन्द्र में ही तैयार किए जाने वाले गरम भोजन में परोसा अथवा वितरण किया जाता है। उन्होंने बताया कि ताजी जैविक सब्जी-भाजी, फल से बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के पोषण में वृद्धि हो रही है और पोषण वाटिका निश्चित तौर पर कुपोषण को दूर करने में काफी हद तक सहयोगी साबित होगी। उल्लेखनीय है कि श्रेष्ठ पोषण वाटिका के तौर पर आंगनबाड़ी केन्द्र मोंगरा क्रमांक-02 और परखंदा क्रमांक-01 का चयन किया गया है। इसमें से मोंगरा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा साहू को महिला एवं बाल विकास मंत्री भेड़िया द्वारा रायपुर में सम्मानित किया गया।
“वैभव चौधरी की रिपोर्ट”